लखनऊ 8 दिसंबर 2024 ;
विद्युत संबिदा कर्मचारी महासंघ उप्र की एक बैठक आज महासंघ के केन्द्रीय कार्यालय जी 107 हमबरा अपार्टमेंट श्यामा चौराहा नरही लखनऊ में वरिष्ठ मज़दूर नेता अरुण कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । बैठक मे आउट सोर्स एजेंसियों द्वारा धरना प्रदर्शन में भाग लेने पर संविदा कर्मियों को निकाले जाने और ब्लैकलिस्ट किए जाने के धमकी भरे आदेश को श्रम क़ानूनों के विरूद्ध बताया गया ।बैठक मे शामिल विद्युत संबिदा मज़दूर संगठन उप्र,विद्युत संबिदा कर्मचारी संघ उप्र केस्को संविदा कर्मचारी यूनियन,निविदा संविदा सेवा समिति तथा विद्युत दैनिक वेतन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों द्वारा निर्णय लिया गया कि मंगलवार 17 दिसंबर 2024 को ड्यूटी के समय काला फ़ीता बाँधकर हर ज़िले में संविदा कर्मियों द्वारा निजीकरण के विरोध में सत्याग्रह किया जाएगा और उपभोक्ताओं के हित मे एक घंटे अधिक कार्य किया जाएगा ।
बैठक को संबोधित करते हुए महासंघ के प्रान्तीय अध्यक्ष आर एस राय ने कहा कि आठ – नौ हज़ार रुपये के मामूली वेतन और बिना सुरक्षा उपकरणों के प्रदेश में कार्यरत लगभग 65 हज़ार संविदा कर्मियों द्वारा अनेक वर्षों से विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए दिन रात 12 से 14 घंटे काम किया जा रहा है ।जिनमें से लगभग 30 हज़ार संविदा कर्मचारियों की आजीविका पर अब निजीकरण के कारण ख़तरा उत्पन्न हो गया है।
अध्यक्ष आर एस राय ने क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्री एवं चेयरमैन के आश्वासन के बावजूद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा गत मार्च 2023 की हड़ताल में निकाले गए और हाल मे छटनी किए गए निर्दोष संविदा कर्मियों को अभी तक काम पर वापस नहीं लिया गया है ।उन्होंने राजस्व वसूली में कमी की आड़ मे पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों का निजीकरण करके प्रदेश की जनता की करोड़ों रुपये की परिसंपत्तियों को नीजी कम्पनियों को सौंपने की कार्यवाही को जनहित विरोधी बताया ।बैठक में महासंघ के घटक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों सर्व श्री पुनीत राय,दिनेश कुमार,रियाज्जुदीन,विनोद कुमार श्रीवास्तव, विपिन विश्वकर्मा, धनंजय राजभर, केदारनाथ गौतम, प्रियांशु सिंह, राजू अंबेडकर, अब्दुल्ल मन्नान , साकिब मंसूरी, सुरेंद्र प्रसाद, सुरेंद्र कुमार विश्वकर्मा, अयाज, सैयद जुल्फिकार हुसैन, राहुल कुमार , आर पी पाल सहित महासंघ के मीडिया प्रभारी विमल चंद्र पांडे भी मौजूद रहे।