बजट न लोककल्याण कारी का है न ही किसानों तथा नौजवानों के हित का
लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने केंद्रीय बजट पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि बेहद अफसोस की बात है कि जिस देश को कृषि प्रधान देश के नाम से जाना जाता है जहां हम किसानों को अन्नदाता का दर्जा देते हैं उस देश में किसानों के लिए मोदी सरकार ने कोई पैकेज ही नहीं दिया। जिस एमएसपी को लेकर किसान आज भी धरने पर बैठने को मजबूर हैं उसे इस बजट में शामिल ही नहीं किया गया।
सुनील सिंह ने कहा कि न तो केंद्रीय बजट लोककल्याण कारी है न ही देश के किसानों तथा नौजवानों के लिए हितकारी। एक बार फिर कारपोरेट जगत को खुश करने का पूरा प्रयास किया गया है। 12 लाख तक की आय पर टैक्स की छूट देना किसी छलावे से कम नहीं। केद्रीय वित मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट पूरी तरह से भाजपा की मंशा को परिलक्षित करने वाला बजट है जिसमें कृषि, एमएसपी, निवेश, किसानों तथा मध्यम वर्गीय को निराशा ही हाथ लगी है।
सुनील सिंह ने कहा कि एमएसपी पर तो किसी प्रकार की इस बजट में बात तक नहीं की गई। साफ है देश के किसानों से यह एक धोखा है। हमें फसलों में विविधता लाने की जरूरत है। पिछले दस सालों से बुनियादी सुविधाओं की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। आज भी 80 करोड़ लोग मुफ्त भोजन के लिए कतारों में खड़े हैं। किसानों को लेकर कोई गंभीर व्यवस्था इस बजट में क्यों नहीं है? सरकार को सिर्फ उद्योगपतियों की फिक्र है छोट व्यापारी तथा आम आदमी तो ठगा सा महसूस कर रहा है।