लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने चुनाव आयोग को सौंपी गई एसबीआई द्वारा इलेक्ट्रोंड की सूची में पूरी दाल काली दिखाई दे रही है।उद्योगपतियों से लूट और लूट के बदले उद्योगपतियों को भारत लूटने का खुला लूट अवसर बताया है। ECI द्वारा प्रकाशित चुनावी बांड डेटा हमें बताता है कि जारी किए गए आंकड़ों में 1,260 कंपनियां और व्यक्ति हैं जिन्होंने 12,769 करोड़ रुपये के चुनावी बांड खरीदे हैं।
शीर्ष 20 कंपनियों, सभी ने ₹5,945 करोड़ का योगदान दिया मतलब चुनावी बांड के माध्यम से दान की गई कुल राशि का लगभग आधा।Total Bond Value – ₹16518,10,99,000cr
ECI published – ₹12769,08,93,000cr
अभी भी ₹3749,02,06,000 करोड के Bonds की details missing है और अदानी-अम्बानी के नाम की सूची क्यों नही है ?जनता जवाब चाहती है यह पैसा जनता के टैक्स का है।एक हाथ से लो दूसरे हाथ से दो।जनता महंगाई से त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है।यही है गारंटी की सरकार? जिसका चेहरा देश के सामने बेनकाब हो गया है।