मोहम्मद ज़ाहिद अख़्तर
स्वतंत्र पत्रकार
राहुल गांधी की यात्रा से देश की सोच बदल रही है, अब देश भी बदलेगा
उत्तर प्रदेश कांग्रेस एक बार फिर से देश में महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रहे अत्याचार, अन्याय तथा शोषण को लेकर एक जुट होने का प्रयास कर रही है। जिस तरह से मणिपुर में महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र कर घुमाये जाने की विभत्स घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, अन्याय तथा शोषण के ख़िलाफ़ देश की जनता को जागरूक करने के लक्ष्य से ही मणिुपर से अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरूआत की। राहुल गांधी की यह यात्रा 16 फ़रवरी को उप्र के चंदौली में दाखिल होगी। उप्र कांग्रेस की महिला प्रकोष्ठ ने राहुल गांधी की इस यात्रा में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है। उप्र महिला कांग्रेस मध्य ज़ोन की प्रभारी तथा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस समन्वयक विद्या नेगी से इस मौके पर हुई विशेष बातचीत के कुछ अंश प्रस्तुत हैं।
सवाल- नारी न्याय, हैं तैयार हम! क्या है आपका यह मिशन और क्या योजना है इस मिशन की?
जवाब- आपको पता है कि हमारे नेता राहुल गांधी जी इस समय भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे हैं जिसकी शुरूआत उन्होंने मणिपुर से की थी जो भारत के विभिन्न राज्यों से होते हुए मुंबई में समाप्त होगी। उनकी इस यात्रा को मणिपुर से लेकर असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार में हर वर्ग का समर्थन मिला रहा है। लेकिन सबसे अधिक समर्थन देश के हर वर्ग की महिलाओं का मिल रहा है। विशेषकर उन महिलाओं ने राहुल जी से मिलकर बात की है जो या तो पीड़ित दलित समुदाय से हैं, जिनके साथ शोषण हुआ है या अपने अधिकारों को लेकर हो या प्राकृतिक संस्साधनों को लेकर हो या रोज़गार को लेकर हो। राहुल जी ने ऐसी पीड़ित तथा शोषित महिलाओं से मिलकर उनका साथ देने और उनकी समस्याओं से लड़ने का उन्हें आश्वासन दिया है। राहुल जी के अंदर नारी न्याय, युवा न्याय, किसान न्याय, भागेदारी न्याय तथा श्रमिक न्याय ये पांच विचार उभर कर सामने आये। महिलाओं के प्रति हो रहे अन्याय, शैक्षिक, आर्थिक, सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर हमारी महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा अलका लांबा ने इस पर विचार कर ‘नारी न्याय, हैं तैयार हम’ मुहीम को चलाने तथा देश के हर वर्ग की महिलाओं को इस मुहीम से जोड़ने का संकल्प लिया है। राहुल जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से हम ऐसी ही महिलाओं को जोड़ने का संकल्प लेते हुए इस मुहीम को चला रहे हैं।
सवाल- ‘नारी न्याय हैं तैयार हम’ को लेकर किस प्रकार की महिलाओं से आप विशेष तौर पर संपर्क करेंगी?
जबाव- इस समय हमारे देश में महिलाओं के लिए कई मुद्दे हैं जिन पर न तो देश भाजपा सरकार विशेष ध्यान दे रही है और नही भाजपा शासित प्रदेश की सरकारें इस पर संजीदा हैं। बातें ज़रूर होतीं हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि ज़मीनी स्तर पर कुछ नहीं हो रहा है। जो हो रहा है वो कागज़ों में ही हो रहा है। नारी स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या है। उप्र में ही ऐसी अनेकों घटनाएं हो चुकी हैं जब महिला का प्रसव सड़क पर फ़ुटपाथ पर या ठेले पर ले जाते समय हो गया। शिक्षा के क्षेत्र में काफ़ी डिस्क्रीमिनेशन देखने को मिल रहा है। रोज़गार की स्थिति दयनीय है। आर्थिक स्थिति दयनीय है। विभागीय शोषण का भी शिकार हो रहीं हैं। राजनीतिक तौर पर भी महिलाओं की भागीदारी का स्तर नहीं है। हमारी यही कोशिश है कि इन सभी मुद्दों पर हम इनके साथ खड़े हों और हर क्षेत्र में इनकी भागीदारी सुनिश्चित हो।
सवाल- मोदी जी ने तो महिला आरक्षण को लेकर अब तक का सबसे बड़ा एलान कर दिया है। फिर कांग्रेस नया क्या कर रही है?
जवाब- मोदी जी ने महिला आरक्षण को लेकर जो एलान किया है वो भी किसी जुमले से कम नहीं। मोदी जी ने महिलाओं से छल कर उनका वोट तो हासिल कर लिया लेकिन महिला आरक्षण बिल अभी तक नहीं ला सके और न ही लाने का मोदी जी या उनकी सरकार का ऐसा कोई इरादा है। कांग्रेस ने अपने समय में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जिसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया। अब मनरेगा की ही बात कर लें तो कांग्रेस द्वारा दी गई यह एक ऐसी योजना थी जिसमें महिलाओं के जेब में डायरेक्ट पैसा पहुंचाने का काम किया। मनरेगा ने ऐसी महिलाओं का खाता भी खुलवाया जिनका किसी बैंक में कोई खाता ही नहीं था। ग़रीब महिलाओं का खाता भी खुला और उन्हें पैसा भी मिला। यानी हमने उनकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने का काम किया। मोदी जी ने महिला सशक्तिकरण के नाम पर किया क्या है? गैस के दाम दोगुने से भी ज़्यादा कर दिये, राशन के दाम बढ़ा दिये गए। महिला उत्पीड़न की बात करें तो बिलकिस बानो का ही उदाहरण ले लिजिए। 15 अगस्त के दिन उसके दोषियों को रिहा कर दिया गया। मणिपुर की विभत्स घटना सबके सामने है। यही है मोदी जी का महिला सशक्तिकरण।
सवाल- बिलकिस बानो के साथ कांग्रेस की कितनी महिलाएं खड़ी हुईं थीं?
जवाब- सवाल यह नहीं है कि बिलकिस बानो के साथ कांग्रेस की कितनी महिलाएं खड़ीं हुईं थीं। बिलकिस बानो के साथ ही नहीं बल्कि हर उस महिला के ख़िलाफ़ देश की हर महिला खड़ी है जिसके साथ नइंसाफ़ी हुई है।
सवाल- महिला सशक्तिकरण के लिए ही 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिया था। परिणाम ज़ीरो निकला। कांग्रेस को कुछ भी हासिल नहीं हुआ?
जवाब- परिणाम ज़ीरो निकला ऐसा कहना सही नहीं होगा। वो निर्णय ऐतिहासिक निर्णय था। हमने मज़दूर महिला को टिकट दिया। हमने मज़लूम और प्रताड़ित महिलाओं को टिकट दिया। उप्र जहां महिलाओं की स्थिति इतनी दयनीय थी हमारी नेता प्रियंका जी की बदौलत ऐसी महिलाओं को जो समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का प्रयास भी नहीं कर पा रहीं थीं उन्हें पहली बार विधायकी का चुनाव लड़ने का मौका मिला। सवाल हार या जीत का नहीं। सवाल था इनको पुरूष प्रधान समाजल के बीच ताक़त के साथ खड़ा करने का था जो हमने किया। जिन महिलाओं ने चुनाव लड़ा वो आज फ़खर से कह सकतीं हैं कि संवैधानिक तौर पर 4हज़ार या 5 हज़ार या इससे अधिक लोगों ने उसका साथ दिया। क्योंकि कम से कम इतने वोट तो उस महिला ने हासिल किये। मानसिक तौर पर ऐसी महिला सशक्त तो हुई न। उसके भीतर राजनीतिक प्रतिस्र्पधा की भावना तो उत्पन्न हुई न। इससे कैसे इंकार किया जा सकता है। उप्र जैसे राज्य जहां पिछले 32 वर्षों से कांग्रेस सत्ता में नहीं है हमारी नेता प्रियंका जी के इस निर्णय से 150 महिलाएं उम्मीदवार मिलीं। यही हमारी सफ़लता है। मेरी चुनाती है भाजपा को कि वो किसी भी राज्य से 40 प्रतिशत महिलाओं को उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ा कर दिखाएं।
सवाल- क्या 2024 के लोकसभा चुनाव में भी महिलाओं को इसी तरह से टिकट दिया जाएगा?
जवाब- देश भर की महिलाओं को यह बात समझ में आ चुकी है कि कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी अकेली पार्टी है जिसने सही मायने में महिला सशक्तिकरण की दिशा में पहल की है। घरेलू हिंसा के ख़िलाफ़ क़ानून बनाया, मनरेगा जैसी योजना लाने का काम किया, आरटीआई लेकर आये, सुरक्षा के तहत अधिनियम लाने का काम किया। इंदिरा जी के समय में ही जायदाद में बेटियों को हिस्सा देने का क़ानून बनाया गया। इसके पहले न तो वो मायके में हिस्सेदार थी न ही ससुराल में। देश की महिलाओं ने यह मान लिया है कि कांग्रेस ने ही उनका साथ हमेशा से मज़बूती से दिया है तो मेरा यह पूरा विश्वास है कि देश की महिलाएं बढ़-चढ़कर कांग्रेस का साथ भी देंगी और वोट भी करेंगी।
सवाल- महिलाओं का नेतृत्व करते हुए क्या प्रियंका जी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगीं और अगर लड़ेंगी तो कहां से?
जवाब- प्रियंका महिलाओं का ही नहीं बल्कि पूरे देश की आवाम का नेतृत्व कर रहीं हैं। रही बात चुनाव लड़ने की या लड़ेंगी तो कहां से लड़ेंगी, इसका निर्णय हमारा केंद्रीय नेतृत्व करेगा मैं तो नहीं कर सकती। मैं तो हिमाचल की हूं तो मेरी यही ख़्वाइश है कि प्रियंका जी हिमाचल से चुनाव लड़ें। दरअसल उनके लिए पूरा देश तैयार है। प्रियंका जी ऐसी परिवार से हैं जिसने देश की संप्रभुता के नाम पर क़ुर्बानी दी है। चाहे वो इंदिरा जी हों या राजीव जी हों। राहुल जी को देखिये वो केवल देश को एक सूत्र से बांधने के लिए भारत जोड़ो यात्रा कर रहें हैं। पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक की अब मणिपुर से मंबई तक पैदल चल रहे हैं। मक़सद एक ही देश के संविधान की रखा करना, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना, युवाओं को जागरूक करना, देश को ग़लत हाथों में न जाने देना इसके लिए राहुल जी चल रहे हैं। लोगों से बेख़ौफ़ मिल रहे हैं उनकी बातों को सुन रहे हैं। भाजपा का भारत माता का नारा खोखला है ढोंग है। इन्हें यही नहीं मालूम के भारत माता है कौन। हमारे लिए देश की आवाम ही भारत माता है। अरे जब देश की आवाम ही सुरक्षित नहीं है तो किस बात का नारा लगाते हैं। कभी भारत माता के नाम पर राजनीति, कभी सरहद सुरक्षा के नाम पर राजनीति। शिक्षा मिल नहीं रही, सुरक्षा मिल नहीं रही। किस भारत माता को सुरक्षित करने की बात करती है भाजपा जब देश की आवाम ही सुरक्षित नहीं है। देश की महिलाएं ही सुरक्षित नहीं है। मेरा यह मानना है कि देश राहुल गांधी की यात्रा से देश के आवाम की सोच बदली है। अब देश भी बदलेगा।