कैंसर रोगियों की देखभाल एक वैश्विक मुद्दा, इसे तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता- प्रो. धीमन
लखनऊ। संजय गांधी पी जी आई के रेडियोथेरेपी एवं मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग ने रविवार 4 फरवरी, 2024 को ‘विश्व कैंसर दिवस’ के अवसर पर जागरूकता पहल के एक भाग के रूप में कैंसर के बारे में जानकारी प्रसारित करने और जागरूकता फैलाने के लिए वॉकथॉन का आयोजन किया।
वॉकथॉन में कुल लगभग 100 एसजीपीजीआई स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, कैंसर रोग से बचे लोग और उनके दोस्त और बच्चों सहित परिवार शामिल थे। कार्यक्रम हॉबी सेंटर से शुरू होकर एसजीपीजीआई मुख्य द्वार और वापस हॉबी सेंटर तक पहुंचा। कार्यक्रम का समापन वरिष्ठ डॉक्टरों और कैंसर सर्वाइवर कावेरी अग्रवाल के सशक्त संदेशों के साथ हुआ।
संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रो. आर के धीमन ने कहा कि कैंसर रोगियों की देखभाल में अंतर आज एक वैश्विक मुद्दा है और इसे तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है।
इसके बाद एसजीपीजीआई के डीन डॉ. शालीन कुमार ने इस तथ्य पर ज़ोर दिया कि सभी मरीज़ समान उपचार, विशेषकर समग्र देखभाल के पात्र हैं। उन्होंने आगे कहा कि कैंसर रोगी का सामाजिक स्तर चाहे जो भी हो, उन सभी को अच्छी देखभाल का अधिकार है। डाॅ शालीन ने कैंसर रोगियों की ज़रूरतों की पहचान करने में डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं की भूमिका पर भी ज़ोर दिया। इसके बाद कैंसर से उबरने वाली श्रीमती कावेरी की उत्साहजनक वार्ता हुई, जिन्होंने अपनी यात्रा साझा की, जिससे इलाज के दौरान कैंसर रोगियों की मदद करने के लिए संकल्प और भी दृढ़ हुआ।
कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. आदित्य कपूर ने भी अपने विचार साझा करते हुए दोहराया कि हमें इस महत्वपूर्ण उद्देश्य के लिए काम करते रहने की ज़रूरत है। वहीं रेडियोथेरेपी में रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. सिद्धार्थ ने कैंसर की यात्रा, उत्तरजीविता और डॉक्टरों और नर्सों की भूमिका पर अपनी स्वयं की लिखी हुई कविता सुनाई। मेडिकल टेक्नोलॉजी कॉलेज के छात्रों और युवा नर्सिंग स्टाफ़ ने प्रभावशाली संदेश देने वाले कुछ अभिनव प्लेकार्ड बनाए।
डॉ. ज्ञान चंद, एंडोक्राइन सर्जरी विभाग, डॉ. समीर मोहिंदरा, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग, डॉ. सुदीप कुमार, कार्डियोलॉजी विभाग, डॉ. सुषमा अग्रवाल और डॉ. शगुन मिश्रा, रेडियोथेरेपी विभाग, डॉ. सत्य साधन सारंगी, चिकित्सा विभाग ऑन्कोलॉजी, नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ. धर्मेंद्र भदौरिया, पैथोलॉजी विभाग के डॉ. मनोज जैन, और बाल चिकित्सा ऑन्कोलॉजी विभाग, आरएमएलआईएमएस, लखनऊ के डॉ. सक्षम सिंह, प्रो.नीरज रस्तोगी भी इस उद्देश्य का समर्थन करने के लिए शामिल हुए।