आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक आज़मगढ़ अनुराग आर्य ने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अभियुक्त इसरार अहमद पुत्र स्व0 लाल मोहम्मद, निवासी करमैनी, थाना बिलरियागंज, जनपद आजमगढ़ जो वर्तमान समय में जनपद आजमगढ़ में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर आर्थिक, भौतिक व दुनियाबी लाभ के लिए गो-हत्या जैसे अपराध कारित कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकशु लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (गोवध गैंग) किया गया है।
यह गैंग “इसरार” गैंग के नाम से जाना जायेगा। इसका कोड नं0- “डी- 103” होगा। गैंग के सदस्यों में इस्तेखार पुत्र स्व0 अनवर, निवासी करमैनी, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़, सज्जाद पुत्र ऐनुलहक, निवासी करमैनी, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़, मोहम्मद बेलला पुत्र इसरार अहमद, निवासी करमैनी, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़, यासीन पुत्र मेहर अली, निवासी करमैनी, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़, जुल्फेकार उर्फ गप्पू पुत्र शमीम, निवासी करमैनी, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़।
इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा एक अन्य अभियुक्त आजम पुत्र युनुस, निवासी अतरकच्छा, थाना जीयनपुर, जनपद आजमगढ़ जो वर्तमान समय में जनपद आजमगढ़ में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर आर्थिक, भौतिक व दुनियाबी लाभ के लिए गो-हत्या जैसे अपराध कारित कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकशु लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (गोवध गैंग) किया गया है। यह गैंग “आजम” गैंग के नाम से जाना जायेगा। इसका कोड नं0- “डी- 102” होगा। इसके सदस्यों में नगमा पत्नी आजम, निवासी अतरकच्छा बरडीहा, थाना जीयनपुर, आजमगढ़, कमरान पुत्र शमशाद, निवासी खालिसपुर, थाना जीयनपुर, आजमगढ़, सरफराज उर्फ गुड्डू पुत्र निशार उर्फ जैजू, निवासी कसाई टोला कस्बा जीयनपुर, थाना जीयनपुर, आजमगढ़, मेराज साई पुत्र जलील अहमद, निवासी खालिसपुर, थाना जीयनपुर, आजमगढ़ शामिल