आजमगढ़। जिले में घुसखोरों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को वरासत के नाम पर पांच हजार रुपये घूस लेते एक लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी लेखपाल एक व्यक्ति को पिछले तीन माह से परेशान कर रहा था। जिले में पिछले चार वर्षो में यह नौवें घुसखार की गिरफ्तारी है। टीम आरोपी लेखपाल को हिरासत में लेकर शहर कोतवाली में पूछताछ के साथ ही विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है।
बताते हैं कि निजामाबाद तहसील क्षेत्र के अल्लीपुर गांव निवासी मोहम्मददीन पुत्र शरीफ की वरासत होनी थी। पिछले तीन महीने से वे वरासत के मामले में गवाही के लिए लेखपाल अशोक कुमार उपाध्याय से निवेदन कर रहे थे लेकिन लेखपाल द्वारा लगातार पैसे की डिमांड की जा रही थी। गरीब होने के कारण मोहम्मद दीन पैसा देने में असमर्थ था जिसके कारण लेखपाल ने बयान कराने से इनकार कर दिया।
मजबूर होकर मोहम्मद दीन ने सामाजिक संगठन प्रयास के लोगों से संपर्क किया। प्रयास के लोगों ने उसे बुधवार को एंटी करप्शन आफिस गोरखपुर भेज दिया। पीड़ित ने वहां प्रार्थना पत्र दिया और गुरुवार को प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम आजमगढ़ आ धमकी। अधिकारियों ने पहले जिलाधिकारी से मिलकर दो गवाह मांगे। जिलाधिकारी द्वारा एक कलेक्ट्रेट कर्मचारी तथा एक पीडब्ल्यूडी कर्मचारी को बतौर गवाह टीम के साथ भेजा गया। इस दौरान पीड़ित ने लेखपाल से बात कर पांच हजार रुपये घूस देने की बात की और बयान कराने को कहा।
लेखपाल ने उसे पैसा लेकर ब्रह्मस्थान बुलाया। पीड़ित ने जैसे ही लेखपाल अशोक कुमार उपाध्याय को केमिकल लगे नोट दिए टीम ने उसे दबोच लिया। इसके बाद टीम लेखपाल को लेकर शहर कोतवाली पहुंची। यहां विधिक कार्रवाई जारी है। एंटी करप्शन टीम में उदय प्रताप सिंह के अलावा एसआई शिव मनोहर यादव, चंद्रभान मिश्र, शैलेंद्र, नीरज सिंह, नरेंद्र सिंह, विजय नारायण शामिल है। प्रयास के अध्यक्ष रणधीर सिंह ने बताया कि अब तक संगठन के प्रयास से नौ घूसखोरों को गिरफ्तार कराया जा चुुका है। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।