नेपाल में कई जातियां और भाषाएं का होना कोई कमजोरी नहीं- अब्दुल ख़ान
काठमांडू। मैतीघर मंडला में राष्ट्रीय पोशाक दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बोलते हुए नेपाल के पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा नेपाल संसद के सदस्य अब्दुल ख़ान ने कहा कि कई तरह की वेशभूषा, भाषाएं और जातियां होना नेपाल की संपत्ति है। हमें चाहिए कि हम सभी जातियों, भाषाओं तथा उनकी वेशभूषा का पूरा सम्मान करें साथ ही दूसरों की इस प्रथा को स्वीकारने का काम करें। इसी में हमारे देश नेपाल की तरक्की संभव है। भारत की मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश भारत की तरह हमारा देश नेपाल भी एक विविधतापूर्ण देश है, जहां विभिन्न जाति, भाषा और भाषा के लोग रहते हैं। यह हमारे लिए कोई कमजोरी नहीं, बल्कि हमारी धरोहर है हमारी अपनी संपत्ति है. हमें इन सबका सम्मान करना चाहिए।
अपनी जनमत पार्टी पर बोलते हुए पार्टी के उपाध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं नेपाल संसद के सदस्य अब्दुल ख़ान ने कहा कि हमारी जनमत पार्टी ऐसा पार्टीे है जो हिमाल के हिमाली लोगों का, पहाड के पहाडी लोगों का तथा मधेस में मधेसी लोगों की आवाज के साथ-साथ उनके पहिरन कोे राष्ट्र से लेकर के अंतरराष्ट्रीय जगत पर पहिचान दिलाने का काम करती आयी है। अब्दुल ख़ान ने कहा कि नेपाल में लम्बे समय तक एक भाषिकता को थोपने की कोशिशें होती रहीं है जिसे दूर करने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा। नेपाल में गणतंत्र आने के बाद भी कहीं न कहीं वह पिछड़ी मानसिकता कायम है। इसलिए हम इस दिन को मनाने के लिए मजबूर हुए हैं जिससे हम विश्व में यह संदेश दे सकें कि आज का दिन किसी एक जाति का दिन नहीं बल्कि यह दिन हर किसी के लिए अपनी मूल पोशाक पहनने का दिन है।