खागा / फतेहपुर। एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा विभाग को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है स्कूलों के जीर्णोद्धार की बात करती है।
लेकिन हालात कुछ ऐसे हैं की आज भी हम भले ही इक्कीसवीं सदी को भी पार कर रहें हैं,लेकिन आज भी कुछ उत्तर – प्रदेश सरकार के कार्यों के नजारे हमारे सामने हैं। जिनका कोई मोल नहीं।डबल इंजन की सरकार हमेशा अपने सभी कार्यों को डिजिटल के तौर से मॉडल में कराने का दावा ठोकती रहती हैं। कहने को तो सूबे के मुखिया और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री भी गाँवो को शहरों की नजरिया से देखने/ तावज्जो देती है।
फतेहपुर जिले के खागा तहसील अंतर्गत शिक्षा क्षेत्र ऐरायाँ विकास खंड के हरदासपुर सानी मजरा धनका मई ग्राम सभा में बने पूर्व माध्यमिक विद्यालय की जमीनी हकीकत प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ने बताया कि सन 2011 में बने पूर्व माध्यमिक स्कूल की बिल्डिंग से पानी टपकने की शिकायत संबंधित विभाग से लेकर पूर्व में रहे उपजिलाधिकारी तक से हमने की है,लेकिन आज तक कभी कोई कर्मचारी देखने तक नहीं पंहुचा। दूसरी तरफ़ अभी हाल ही में फर्श बनवाई गई थी,ग्राम प्रधान के द्वारा जिसमें की घटिया समाग्री के कारण टूट रही है, उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर तो हमने अपने पैसो से ठीक करवा दिए है। वहीं इसकी शिकायत भी निचले स्तर से लेकर तहसील स्तर की गई, लेकिन कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला।सबसे बड़ी बात तो यह रही कि हेड मास्टर जी कहना यह रहा की जिस पर देश के प्रधानमंत्री रात दिन स्वच्छ भारत अभियान और हर घर शौचालय की मुहीम डोर टू डोर अधिकारियों के माध्यम से चलाकर लोगों को स्वस्थ रहने की अपील करते हैं। तो वहीं सरकारी स्कूल में ही शौचालय बिना दरवाजा के पड़ा हुआ है। यह हमारे स्कूल का दुर्भाग्य है। जो की साथ में बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा।