आजमगढ़ मा.राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी के जनपद भ्रमण कार्यक्रम के अनतर्गत आज हरिऔध कला केन्द्र आजमगढ़ में आंगनवाड़ी केन्द्रों पर संसाधन किट एवं अन्य विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण/स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगान के साथ किया गया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों को और बेहतर करने के लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों को हेल्थ किट (रुमाल, सीसा, कंघी, नेल कटर आदि) के उपयोग के बारे में प्रेरित करें। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकत्री बच्चों को नेल कटर का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें एवं उनको बतायें कि हफ्ते में एक बार अवश्य नाखून काटना चाहिए। उन्होने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों को साफ-सुथरा रखने के लिए केन्द्रों पर बच्चों की हाइट के अनुरूप सीसा अवश्य रखें, जिससे आने वाले बच्चे अपने आपको उसमें देखें कि वे कितने सुन्दर दिखते हैं, और उनको साफ-सुथरा रहने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्राइवेट अस्पतालों से हेल्थ किट उपलब्ध कराने हेतु सहयोग लें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताएं, ताकि वे बच्चों को भी अच्छी शिक्षा के महत्व को बता सकें। समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों को बेहतर बनाने के लिए उपरोक्त सुविधाओं से आच्छादित करना होगा। उन्होने कहा कि नशा मुक्त जनपद होना चाहिए, नशे से किसी का भला नही होता है, जब कोई व्यक्ति नशा करता है तो वह अपने साथ-साथ अपने पूरे परिवार को भी बर्बादी की तरफ ले जाता है, आये दिन मार-पीट, लड़ाई-झगड़े आदि होते रहते हैं, और परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब होती जाती है। इसके लिए आवश्यक है कि नशा न करने के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए एवं अवैध नशे को बन्द करने के लिए अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि नशा करने वाले व्यक्तियों को नशा से होने वाली हानियों के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि नशा करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनको नशा न करने के लिए शपथ दिलायें। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि नशा मुक्ति के खिलाफ सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें, नशा मुक्ति अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि जहाँ शराब बनता हैं, उनको बंद कराएं। उन्होंने कहा कि बच्चों के माध्यम से भी अपने परिजनों को नशा न करने के लिए कहें।
उन्होने कहा कि दहेज प्रथा बन्द होना चाहिए। दहेज प्रथा से घर में लड़की को मारा पीटा जाता है, उसका शोषण किया जाता है। हम सभी को दहेज प्रथा के विरूद्ध खड़ा होकर दहेज प्रथा को बन्द करना होगा, तभी एक विकसित समाज, विकसित राष्ट्र एवं विकसित प्रदेश का निर्माण होगा। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर बनाने एवं विकसित भारत बनाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाया जा रहें है, यह तभी सम्भव है, जब हम सभी अपने बच्चों को शिक्षा देंगे, उनको पढ़ने देंगे। उन्होंने कहा कि भारत तभी विकसित होगा, जब हमारा समाज टीबी मुक्त होगा।
मा.राज्यपाल महोदया ने कहा कि बाल विवाह एक ऐसी प्रथा है, जिससे एक लड़की का भविष्य खराब होता है, इसको बन्द करने की जरूरत है, यदि कहीं भी कोई व्यक्ति बाल विवाह कराता है, तो तत्काल पुलिस को सूचना दें, एवं पुलिस का दायित्व है कि किसी भी हालत में जनपद के अन्दर बाल विवाह न होने दे।
राज्यपाल महोदया ने मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि एक बड़े सभागार में कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चियों को आमंत्रित करें एवं स्टेज पर दहेज प्रथा, महिला उत्पीड़न, नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह, हमें जीने दो, हमें पढ़ने दो, आदि के संबंध में खुलकर बोलने का अवसर दें।
राज्यपाल महोदया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्वामित्व योजना का शुभारम्भ किया गया है, इससे किसी को भी अपने जमीन का मालिकाना हम प्राप्त होगा। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत घरौनी का निर्माण हो जाने से जिस व्यक्ति की जितनी जमीन होगी, उसका उस व्यक्ति को सरकारी कागज मिल जायेगा, और कोई व्यक्ति उसे जबरदस्ती नही ले सकता है। किसी दूसरे की जमीन कोई अन्य व्यक्ति नहीं बेच सकता। स्वामित्व योजना के अंतर्गत घरौनी का वितरण हो जाने से भूमि से संबंधित विवाद समाप्त हो जाएंगे। मा.राज्यपाल महोदया ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को बिन ऋण अधिकतम रू0 05 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जाता है। उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि युवा उद्यमी विकास योजना अन्तर्गत जिन व्यक्तियों को ऋण दिया गया है, उनका फीडबैक अवश्य लें, कि वे उस पैसे का उपयोग कहीं गलत जगह तो नही कर रहे हैं। उन्होने कहा कि 01 वर्ष बाद पता करें कि ऋण लेने के बाद उस उद्यमी की आमदनी में कितनी प्रगति हुई। उन्होने कहा कि ऋण जिस कार्य के लिया जाए, उसी कार्य में उपयोग होना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जरूरतमंद व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बनाने की एक बहुत ही अच्छी योजना है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने आयुष्मान कार्ड योजना चलाया है, जिसके अंतर्गत एक वर्ष में रु0 5 लाख तक का निशुल्क इलाज कराया जाता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड एक वरदान साबित हुआ है, यदि बच्चे बड़े होकर कहीं दूर चले जाते हैं, तो वे आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपना इलाज निशुल्क कर सकते हैं।
मा.राज्यपाल महोदया ने कहा कि आंगनवाड़ी किट के लिए जिसने भी सहयोग किया, उनको बहुत-बहुत शुभकामना है। उन्होने कहा कि यदि हमारी आय अच्छी है, तो जरूरतमंदों को आवश्यकता अनुसार आर्थिक मदद अवश्य करना चाहिए। उन्होने कहा कि समाज में जितनी बुराईयां हैं, उनको समाप्त करना चाहिए एवं अच्छाईयों को बढ़ाना चाहिए, इसके लिए समस्त जनपदवासियों के सहयोग की आवश्यकता होती है।
मा.राजयपाल महोदया ने समस्त संबंधित अधिकारियों से अपील किया कि योजनाओं की समीक्षा करते रहें।इसके साथ ही मा. राज्यपाल महोदया ने समस्त जनपद वासियों को होली पर्व की हार्दिक शुकामनाएं देते हुए कहा कि होली को पूरे हर्षाेल्लास एवं भाई चारे के साथ मनायें। किसी को परेशान न करें एवं किसी के साथ झगड़ा न करें, त्यौहार आनन्द के लिए होता है, किसी को परेशान करने के लिए नही होता है। त्यौहार को ऐसे मनायें, जिससे कि कोई अप्रीय घटना न हो।
इस अवसर पर मा0 राज्यपाल महोदय द्वारा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आंगनवाड़ी केन्द्र) के अन्तर्गत अजमतगढ़ से बीना तिवारी, हरैया से रीना सिंह, मेंहनगर से रानी सिंह, मिर्जापुर से राधिका यादव, आजमगढ़ सिटी से शर्मिला सिंह, पल्हनी से बन्दना, रानी की सराय से मुन्नी देवी, सठियांव से सुनीता देवी, तहबरपुर से उर्मिला यादव, ठेकमा से अर्चना सिंह को प्रतिकात्मक रूप से आंगनवाड़ी केन्द्र के लिए प्री स्कूल किट, 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के क्षय रोगी नीतिन राज के अभिभावक बंशराज, क्रियान्श राजभर के अभिभावक वीरू राजभर, दिब्यांशी कुमार के अभिभावक हरिश्चन्द्र, हिमांशु कुमार के अभिभावक दीपक कुमार, शालू गोंड़ के अभिभावक गुड़िया को पोषण पोटली, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजनान्तर्गत राम अवध यादव, राधिका, ललिता सिंह, श्याम लाल एवं प्रहलाद सिंह को आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना अन्तर्गत अविनाश सिंह को डिजिटल लाइब्रेरी हेतु रू0 05 लाख, चन्द्रेश यादव को आटो सर्विस सेन्टर हेतु रू0 05 लाख, देवमूरत प्रजापति को स्टील फैब्रीकेशन हेतु 50 हजार, श्रीमती पूजा तिवारी को सिलाई कढ़ाई सेन्टर हेतु 05 लाख, संदीप प्रजापति को ब्लैक पाटरी हेतु रू0 277778, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना अन्तर्गत वैभव चन्देल को मेडिकल एण्ड सर्जिकल किट हेतु रू0 08 लाख, राकेश कुमार गुप्ता को टेक्स्टाइल सेक्टर हेतु रू0 9 लाख 50 हजार, राजमनी यादव को बिल्डिंग मैटेरियल हेतु रू0 10 लाख, विशाल बरनवाल को पैकेजिंग मैटेरियल हेतु रू0 10 लाख, श्रीमती पूनम को होल सेल दाल एवं चीनी हेतु रू0 9 लाख 50 हजार का ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। उत्कृष्ट कार्य वाले मनीष कुमार क्षेत्रीय प्रबन्धक यूबीआई आजमगढ़, जिनके द्वारा 20 आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्री स्कूल किट दिया गया, को प्रशंसा पत्र दिया गया। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले निःक्षय मित्र- नीरज तिवारी, पवन कुमार एवं राम नगीना को प्रशंसा पत्र दिया गया। कार्यक्रम के आरम्भ में आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों द्वारा लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा एवं मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है, गीत पर नृत्य की प्रस्तुति की गयी।
मण्डलायुक्त श्री विवेक एवं डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने मा.राज्यपाल महोदया को स्मृति चिन्ह देकर अभिनन्दन किया। अन्त में स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन करते हुए जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मा0 राज्यपाल महोदया को आश्वस्त किया कि आप द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होने कहा कि मा0 महोदया के उद्बोधन से हम सभी के अन्दर एक नई ऊर्जा उत्पन्न हुई है एवं सभी लोग प्रेरित हुए हैं। उन्होने कहा कि आज जनपद के 200 आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्री स्कूल किट का वितरण किया गया है। उन्होने मा0 राज्यपाल महोदया का जनपद में आगमन पर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन राजकीय बालिका इण्टर कालेज की प्रवक्ता शमा शेख द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त विवेक, डीआईजी सुनील कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना, मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 आजाद भगत सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल, ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सुनील कुमार धनवंता, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, उपायुक्त उद्योग एसएस रावत एवं अन्य संबंधित विभागों अधिकारीगण एवं लाभार्थीकण उपस्थित रहे।