आजमगढ़ 17 जुलाई 2024
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी द्वारा अपने कार्यकाल के तीसरे सत्र के पहले और कुल 111 वें संस्करण में 5 जुलाई को देश के समस्त 140 करोड़ जनता से एक मार्मिक अपील ‘एक पेड़ मां के नाम’ नामक पुनीत महाभियान के तहत अपने अपने मां के सम्मान में एक वृक्ष लगाने के लिए किया गया।जो कि भारत सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण और जीवनदायिनी अपील है। अपने अपने मां के नाम से वृक्षारोपण करना न केवल अपने मां के सम्मान के प्रति अपितु उस पर्यावरण के प्रति भी सम्मान को दर्शाता है जो कि हमें जीवन देती है। जैसा कि सर्वविदित है कि वर्तमान परिदृश्य में पर्यावरण सुरक्षा एक वैश्विक मुद्दा बना हुआ है।भारत में देखा जाय तो पर्यावरण के संबंध में और भी चिंता जनक स्थिति बनी हुई है। औद्योगिक कारण, वाहनों के अति प्रयोग, वृक्षों के अंधाधुंध कटाई आदि विभिन्न कारणों से पर्यावरण इतना प्रदूषित हो चुका है कि पृथ्वी, जल, तेज, वायु आकाश सब इससे प्रभावित हैं। विभिन्न प्रकार के रोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
ऐसे में बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग को कम करने, शुद्ध जल और वायु और जीवन हेतु एक मात्र विकल्प वृक्षारोपण है। क्योंकि वृक्ष न केवल वायुमंडल में फैले हुए गंदगी को अवशोषित करते हैं अपितु वातावरण को शुद्ध करते हुए आक्सीजन भी देते हैं, धरती का तापमान संतुलित करते हैं, भू-जल स्तर में वृद्धि करते हैं,मृदा अपरदन को कम करते हैं, स्वस्थ और समृद्ध जीवन देने आदि जैसे महत्वपूर्ण कार्य करते हैं।
इस प्रकार वृक्षारोपण जैसे जीवनदायिनी कार्य को किया जाना किसी महायज्ञ और उपकार से कम नहीं है।इन सभी कारणों से भारत में वृक्षारोपण इसलिए भी आवश्यक हो जाता है क्योंकि यहां अन्य देशों की तुलना में प्रति व्यक्ति वृक्षों की संख्या बहुत कम है। विश्व में जहां प्रति व्यक्ति वृक्षों की संख्या 422 है वहीं अपने यहां 28 है।इस प्रकार यदि हम स्वस्थ और सुंदर जीवन, शुद्ध जल, शुद्ध भोजन, शुद्ध वायु, निरोगित जीवन और सुरक्षित भविष्य की इच्छा करते हैं तो हमें शुद्ध पर्यावरण के प्रति जागरूक होते हुए अधिक संख्या में वृक्षारोपण करना होगा जोकि किसी धर्म से कम नहीं होगा। ऐसे में आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश के समस्त जनता से किया गया भावुक अपिल एक महत्वपूर्ण और जीवनदायिनी महाभियान सिद्ध होगा। जिसमें समस्त देशवासियों के तरफ से जबरदस्त उत्साह का प्रदर्शन करते हुए वृक्षारोपण का पुनीत कार्य किया जा रहा है जोकि जनता का प्रधानमंत्री जी के विश्वास और सम्मान को भी दर्शाता है।
यह मानव धर्म भी कहता है कि यदि कोई हमें कुछ प्रदान करता है तो हम भी कृतज्ञता स्वरुप उसे कुछ न कुछ प्रदान करते हैं।इस प्रकार यदि यह प्रकृति हमें शुद्ध और समृद्ध जीवन देती है तो हमारा भी परम कर्तव्य बनता है कि हम भी इस प्रकृति को कुछ दें अर्थात् इसे शुद्ध रखें। अतः आइए हम सभी भारतवासी अपने मां के नाम एक पेड़ लगाने का संकल्प लें और सुरक्षित जीवन का मार्ग प्रशस्त करें।