लखनऊ, 09 फरवरी,, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की तीन महान विभूतियों किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह, हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने की घोषणा पर अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने पार्टी की तरफ से यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा तीनों विभूतियों को देश के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत करने की घोषणा तीनों विभूतियों को सच्ची श्रद्धांजलि है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारतीय राजनीति में गांव-किसानों की सशक्त आवाज रहे,श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह, हरित क्रांति के प्रणेता आदरणीय एमएस स्वामीनाथन और देश में आर्थिक सुधारों के जनक पूर्व प्रधानमंत्री स्व. नरसिम्हा राव को मरोणापरांत देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक आभार। तीनों महान शख्सियतों ने अपनी विद्वता और सेवा से देश को गौरवान्वित किया। किसानों के मसीहा श्रद्धेय सिंह ने हमेशा राजनीति में दबे-कुचले और विकास वर्ग के हित की राजनीति की। स्वामीनाथन के अगुवाई में हुई हरित क्रांति ने देश को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाया, वहीं राव साहब के नेतृत्व में रखी गई,आर्थिक सुधारों की नींव से भारतीय अर्थव्यवस्था ने सकारात्मक रूप से नई करवट ली।पद्म पुरस्कारों से ले कर सर्वोच्च सम्मान तक,प्रधानमंत्रीजी मोदी अगुवाई में हमारी सरकार ने हमेशा योग्य व्यक्तित्वों और महान शख्सियतों का चयन किया है। ऐसी शख्यिसत जिनकी सेवा और उपलब्धियों ने नए इतिहास की रचना के साथ भविष्य की उम्मीदों की नींव रखी। इससे पहले हमारी सरकार ने सामाजिक न्याय की राजनीति के मसीहा जननायक कर्पुरी ठाकुर को सर्वोच्च सम्मान दे कर देश को सही अर्थों में गौरवान्वित किया। मैं सर्वोच्च सम्मान के लिए महान शख्सियतों के चयन के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताती हूं।”
बतादें कि श्रीमती अनुप्रिया पटेल अपना दल की तरफ से जननायक कर्पूरी ठाकुर एवं श्रद्धेय चौ.चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग पिछले लंबे समय से करती रही हैं। इस बाबत उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा था। देश के किसानों, पिछड़ों व वंचितों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य करने वाले इन महापुरुषों को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा से दलित, पिछड़ों व किसानों का सम्मान व स्वाभिमान बढ़ा है।