लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि उनकी पार्टी एसएसपी बरेली रहे प्रभाकर चौधरी को अपनी ड्यूटी को अंजाम देने के कारण ट्रांसफर किए जाने के संबंध में 2 अगस्त को विरोध प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभाकर चौधरी ने बरेली में कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश कर रहे कावड़ियों की भीड़ में घुसकर लाठीचार्ज किया और अपने इस कार्य से पूरे बरेली की कानून व्यवस्था को खराब होने से बचाया,इसके बाद भी मात्र वोट बैंक की राजनीति के कारण करते हुए उन्हें अचानक पद से हटा दिया गया।आजाद अधिकार सेना इसका विरोध करती है और इसके विरोध में पार्टी 2 अगस्त बुधवार को प्रत्येक जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर अपना प्रत्यावेदन देगी।
बतादें कि बरेली में कावड़िये जिद पर अड़े थे की मस्जिद के सामने डीजे बजाएंगे। लेकिन जब स्थानीय मुसलमानों ने विरोध किया,तो कावड़िए धरने पर बैठ गए।एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने आदेश दिया और डीजे जप्त कर लिया। लेकिन कांवड़िये जिद पर अड़ गए कि मस्जिद के सामने डीजे बजाएंगे, वहां का माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया, तलाशी के दौरान कावड़ियों के पास से हथियार बरामद हुए, इतना ही नहीं उनमें कुछ कांवड़ियों ने शराब पी रखी थी। बरेली पुलिस ने हिंदू-मुस्लिम दंगा होने से बचा लिया, लेकिन इसका खमियाज़ा एसएसपी प्रभाकर चौधरी को भुगतना पड़ा और उनका ट्रांसफर लखनऊ पीएसी में कर दिया।
दस साल की नौकरी में प्रभाकर चौधरी का 21 बार ट्रांसफर हुआ है, वजह केवल इतना की सही को सही कहा,गलत को गलत,आईपीएस अफसर प्रभाकर चौधरी ना किसी नेता की सुनते हैं ना मंत्री की,प्रभाकर चौधरी ने हफ्ते भर में बरेली को दूसरी बार जलने से बचाया है।