आवास विकास का प्लाट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले राजेंद्र प्रसाद को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Crime उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार को समाप्त करने की मुहिम हुई तेज,भ्रष्टाचारियों,ठगों के ऊपर पुलिस का शिकंजा कसा, बतादें कि राजधानी लखनऊ में पिछले कई महीनों से पुलिस को चकमा देने वाले आवास विकास परिषद के बर्खास्त बाबू राजेंद्र प्रसाद को आखिरकार पीजीआई पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया।

आपको बता दें कि राजेंद्र प्रसाद ने लखनऊ के अंदर बहुत से लोगों के साथ आवास विकास में प्लाट दिलाने के नाम पर ठगी की है जिसमें आलमबाग थाना क्षेत्र के रहने वाले रिटायर्ड प्रिंसिपल बुधिराम से वृंदावन योजना लखनऊ में प्लाट दिलाने के नाम पर 1करोड़ रुपए ठग लिए,हालांकि इस पूरे मामले में दो जमीन के दलालों का भी नाम सामने आया है जिनमें एक सिराज और दूसरा सानू नाम सामने आया है,इन दोनों लोगों ने ही रिटायर्ड प्रिंसिपल को राजेंद्र प्रसाद को आवास विकास का अधिकारी बना कर प्रिंसिपल के सामने पेश किया था और ठगी की जानकारी मिलने के बाद प्रिंसिपल व अन्य लोगों के साथ द्वारा बाकायदा एफआईआर भी हुई और राजेंद्र प्रसाद को पकड़ा गया और जेल भी गया,लेकिन बहुत जल्द ही जमानत पर जेल से छूट गया, लेकिन ठग राजेंद्र प्रसाद ने केवल बुद्धिराम को ही अपने ठगी का शिकार नहीं बनाया, बल्कि वृंदावन योजना में ही रहने वाले संजय अस्थाना से भी प्लाट दिलाने के नाम पर 22 लाख ₹81000 हड़प लिए है।उक्त प्रकरण में भी पीजीआई थाने में एफ आई आर दर्ज की गई। लेकिन महा ठग राजेंद्र प्रसाद लगातार पुलिस को चकमा देता रहा।हालांकि पीड़ित पक्ष द्वारा इस पूरे मामले की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस स्थानीय पुलिस प्रशासन को दी गई,जिसके बाद ठगी करने वाले राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ ठोस कार्यवाही करने के लिए एस.बी.शिरोडकर पुलिस आयुक्त एवं रितेश कुमार पुलिस उपायुक्त पूर्वी एवं सैयद अब्बास अली अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी के निर्देश एवं सहायक पुलिस आयुक्त कैंट अभिनव के निर्देश पर पीजीआई थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह ने अपने मुखबिर लगा दिए, पुलिस की वाहन चेकिंग के दौरान राजेंद्र प्रसाद अपना बाजार के सामने पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

पुलिस के द्वारा पूछताछ में इस बात की जानकारी हुई कि राजेंद्र प्रसाद वही है,जिनके ऊपर मुकदमा दर्ज है,जिसमें तत्काल पुलिस ने राजेंद्र प्रसाद को धोखाधड़ी कूट रचित तरीके से आवास विकास में प्लाट दिलाने के नाम पर लोगों से पैसा लेने और पैसा वापस न करने एवं धमकी देने के आरोप में मुकदमा संख्या 55/23 धारा-406/420/504/506/467/468/471 पंजीकृत कर दिया इसके साथ ही विधिक कार्यवाही कर आरोपी राजेंद्र प्रसाद को जेल भेज दिया।

राजेंद्र प्रसाद की गिरफ्तारी करने वाली टीम में पीजीआई थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह, उप निरीक्षक राजेश कुमार,उपनिरीक्षक शुभम मेहदियान,हेड कांस्टेबल आकाश गुप्ता,मुकेश यादव महिला कांस्टेबल शालू वर्मा एवं सपना शामिल रहे।

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