लखनऊ 28 मई 2023
नए संसद भवन का आज उद्घाटन किया जा रहा है। इस पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रतिक्रिया दी है कि यह मान्यता और परंपरा के लिहाज से सही नहीं है। ऐसा कब्जा हासिल करना लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को किनारे कर संसद भवन का आज उद्घाटन किया जा रहा है। यह परपराओं और मान्यता के अनुरूप सही नहीं है।केंद्र सरकार ने देश के इतिहास को बदलने का काम किया है,नए संसद की क्या जरूरत थी?
जब हमारे पास लोकतंत्र का मंदिर (संसद भवन) पहले से है। जिससे इतिहास जुड़ा था। इतिहास से छेड़ छाड़ से बनाए गए नए संसद भवन जिसकी आलोचना की जानी चाहिए। इतिहास इस बात को याद रखेगा कि कैसे इन लोगों ने गौरवान्वित इतिहास को बदलने का काम किया है नए संसद भवन में उद्घाटन के मौके पर कोई भी मौजूद नहीं था। केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही मौजूद है और उनके नेता। जिस तरह से विपक्ष ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाई है, उससे यह बात साफ जाहिर होता है कि अब केंद्र अलग थलग पड़ चुके हैं। संदेह नहीं है की नए संसद का नाम, संसद ना होकर कुछ और हो सकता है।