लगभग पूरे देश में लगातार पिछले दो हफ्तों से कई कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों द्वारा पूर्व भाजपा प्रवक्ता एवं नेत्री नूपुर शर्मा का गला काटने और दुष्कर्म की धमकी की काशी होने वाली धर्म संसद बैठक में कठोर निंदा की गई।
वैष्णव विरक्त संत समाज ने काशी धर्म परिषद की बैठक में संतों ने एक स्वर में देश भर में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा पर निंदा की।
शनिवार को हरतीरथ स्थित सुदामा कुटी में जुटे संत, महंत एवं आचार्यों ने घटना को भयावह और भारतीयों को डराने वाला बताया। परिषद ने देश भर में हुई हिंसा के खिलाफ कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए। इसे देश भर के धर्माचार्य, केंद्र और राज्य सरकारों को भेजा जाएगा।
बैठक के दौरान संत समाज ने कहा कि ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग में छेद करने वाले इंतजामिया कमिटी के सदस्यों के खिलाफ हम सभी संत समाज की तरफ से एफआईआर दर्ज करवाईं जाएगी।
बैठक के दौरान मोहन दास ने कहा कि हम भगवान राम के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। वर्तमान समय में देश में जो हिंसा की जा रही है वह अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार तत्काल कठोर से कठोर कदम उठाए अब बहुत हो चुका है। हम सभी पंथों,अखाड़ों एवं नागाओं से वार्ता कर बड़ा फैसला लेंगे।
बैठक के दौरान देश में हिंसा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ और ऐसे इस तरह की मानसिकता रखने वालों के ऊपर निगरानी को देखते हुए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बैठक में चर्चा हुई।
इन सभी बिंदुओं पर सरकार से संत समाज की तरफ से इन सभी नियमों को लागू करने की मांग की गई है।
धर्म परिषद प्रस्ताव हुए पारित
1- जुमे के दिन हिंसा करने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
2- जिस मस्जिद से पथराव हो रहा है उसे बंद किया जाए।
3- ज्ञानवापी पर सच बोलने वाले अफसर बाबा को स्थायी सुरक्षा दी जाए। हमलावरों को गिरफ्तार कर रासुका लगाया जाए।
4- नूपुर शर्मा को दुष्कर्म की धमकी देने वाले हैवानों पर रासुका लगाया जाए।
5- देश को इस्लामी कट्टरपंथियों से बचाने के लिए संतों को भी सड़क पर उतरना होगा।
6- देश को इस्लामी देश बनाने की साजिश का पर्दाफाश करना होगा।
7- संतों, महात्माओं और नागा साधुओं की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी।
8- देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने, फिल्मों में मजाक बनाने वालों को तत्काल जेल भेजा जाए।
9- मोहल्ले के स्तर पर जिहादियों की सूची बनाई जाए।
10- जुमे के दिन नफरत फैलाने वाली तकरीर देने वाले मौलानाओं को गिरफ्तार कर संपत्ति जब्त की जाए।
11- हर मस्जिद में सीसीटीवी कैमरा लगे, मौलानाओं का भाषण रिकॉर्ड हो।
12- देश के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले इस्लामी देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म किए जाएं।
13- संत समाज की शहर स्तर पर इकाई गठित की जाएगी जिसमें सभी पंथों के लोग शामिल होंगे।
14- जुमे के दिन रांची में उपद्रव के आरोपियों को झारखंड सरकार तत्काल जेल भेजे, अन्यथा देशभर में आंदोलन के लिए तैयार रहे।
15- कट्टरपंथियों पर नियंत्रण के लिए भारत सरकार कठोर कानून बनाए।