आजमगढ़। 2 ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में हुए घोटाले की शिकायत के बाद जिला जिलाधिकारी ने विकास कार्य में सरकारी धन का दुरुपयोग करने वाले तरवां ब्लाक के पट्टी भिखारी और तहबरपुर ब्लाक के बैरमपुर गांव के पूर्व प्रधान समेत 6 अधिकारियों ने जवाब मांगा है। बुधवार को इन्हें कारण बताओ नोटिस भेजकर 15 दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
डीएम विशाल भारद्वाज की तरफ से बुधवार को जिन लोगों से जवाब मांगा गया है। उसमें तरवां ब्लाक के पट्टी भिखारी गांव में विकास कार्य के नाम पर कुल 2,99,955 रुपये का फर्जीवाड़ा शामिल है। फर्जीवाड़े में गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र यादव, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी श्रवण कुमार, शशि कुमार यादव, कर्मवीर यादव और तकनीकी सहायक विजयी यादव का नाम शामिल है। इसीक्रम में तहबरपुर ब्लाक के बैरमपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान शीला देवी, सचिव और तकनीकी सहायक का नाम शामिल है। पत्र के मुताबिक 26 जून 2021 को गांव के कुछ लोगों ने विकास कार्य में फर्जीवाड़ा करने की शिकायत की थी। जांच करवाने पर सच उजागर हुआ। पता चला कि बैरमपुर गांव में विकास कार्य के नाम पर करीब 24 हजार रुपये का घोटाला किया है