आजमगढ: मंगलवार को छत्तीसगढ़ से 370 खाली कारतूस का पार्सल पहुंचते ही डाक पार्सल विभाग और पुलिस महकमें की नींद उड़ गई। मामले की गंभीरता के दृष्टिगत सक्रिय हुई पुलिस ने एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए उठाया है। खोखा भेजने के पीछे का मकसद पुलिस के लिए पहेली बन गया है।
पूरे।मामले को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की सक्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है। सीओ सिटी मामले की जांच किसी को मौके पर पहुंच गए हैं। जिले में खाली कारतूस को भरने के खेल का राजफाश उस समय हुआ जब कंधरापुर पोस्ट आफिस में पार्सल की बोरी पहुंची। पार्सल पहुंचने के बाद डाक कर्मचारी ने उसे उठाया तो खनखनाहट की आवाज आई। सन्देह होने पर पोस्ट आफिस के कर्मचारी ने पुलिस को सूचना दी। सक्रिय हुई पुलिस ने कार्टून को अपने कब्जे में फिलहाल ले लिया है। पार्सल पर जिसका नाम- सूचना पता लिखा था उसे भी पुलिस ने बगैर के देर किए उसके घर से उठा लिया। देर गया रात तक पुलिस उससे पूछताछ करती रही, लेकिन जिस पते से पार्सल उस व्यक्ति को भेजा गया था, उसके बारे में वह अनभिज्ञता जता रहा था। पार्सल को छत्तीसगढ़ नक्सल प्रभावित क्षेत्र से भेजे जाने से पुलिस और भी चौकन्ना हो गई है। कंधरापुर थाने के प्रभारी निशात जमा खां ने बताया कि फिलहाल पोस्ट आफिस से मिली सूचना पर पार्सल को कब्जे में लेने के साथ उस व्यक्ति को उठा लिया गया है, जिसके पते पर पार्सल आया था। उसका कहना है कि उठाया कि जिस पते से पार्सल आया है, उससे कभी कोई लेन-देन नहीं किया है। वहीं एसपी सुधीर कुमार सिंह ने भी मामले का संज्ञान लिया है, उन्होंने बताया कि पोस्ट आफिस में पार्सल मामला संज्ञान में आया है और जांच कराई जा रही है। किसी पते पर भेजे गए पार्सल के कारण संबंधित व्यक्ति को तुरंत दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। जांच के बाद जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।