भारत में दर्ज किए जा रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है. बीते 24 घंटे में संक्रमण के महज़ 19,556 नए मामले सामने आए हैं. कहा जा रहा है कि 2 जुलाई के बाद से रोज़ाना आ रहे मामलों में ये रिकॉर्ड कमी है
वहीं बीते 24 घंटों में 301 लोगों की मौत हुई है.
ये भी अहम है कि देश में सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 2 लाख 92 हज़ार 518 हो गई है. बीते 24 घंटे में 30,376 लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं. अब तक देश में कुल 96 लाख 36 हज़ार 487 लोग ठीक हो गए हैं. भारत में अब तक के संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1 करोड़ 75 हज़ार 116 हो गई है और मरने वालों का आकड़ा बढ़कर 1 लाख 46 हज़ार 111 हो गया है. सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि भारत का मौजूदा एक्टिव केसलोड देश के कुल पॉज़िटिव मामलों का महज़ 3.02 है और रिकवरी रेट बेहतर होकर 95.53 प्रतिशत हो गया है
भारत सरकार ने ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर 31 दिसंबर तक रोक लगा दी है. ये प्रतिबंध 22 दिसंबर को रात 12 बजे से शुरू हो जाएगा.
आज रात तक जितने भी यात्री भारत में पहुंचेंगे, उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा. जो संक्रमित पाए जाएंगे उन्हें क्वारंटीन में भेज दिया जाएगा और बाक़ी को सात दिन के लिए घर पर एकांतवास में रहना होगा. इस बीच मुंबई एयरपोर्ट पर ब्रिटेन के लिए उड़ान में सवार यात्रियों को लेने आए लोग परेशान होते रहे. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “सरकार को हमें पहले बताना चाहिए था. यात्री अधिकारियों की अनुमति के बाद ही विमान में नहीं चढ़े थे.”
भारत में डर फैलने की एक वजह यह भी है कि जिन 23 देशों के साथ भारत में एयर बब्बल क़रार है, उसमें से ब्रिटेन भी एक देश है.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक़, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पुष्टि की है कि ये सिर्फ़ एहतियाती क़दम है और भारत में ये स्ट्रेन नहीं मिला है.
आईसीएमआर के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग के प्रमुख डॉ समीरन पांडा ने भी कहा, “हमें अभी तक अपने सैंपल में ब्रिटेन के स्ट्रेन से मिलता-जुलता कुछ नहीं मिला है. पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी (एनआईवी) या देश की किसी भी अन्य प्रयोगशाला में जीनोम सिक्वेंसिंग के दौरान हमारे सैंपल में इस म्यूटेशन के कोई सबूत नहीं मिले हैं.”
तेज़ी से फैलने वाले इस नए वेरिएंट के ख़तरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को मुंबई और दूसरे शहरों में पांच जनवरी तक के लिए रात 11 बजे से अगली सुबह 6 बजे तक का नाइट कर्फ्यू लगा दिया और यूरोपी और मध्य पूर्व से आने वाले यात्रियों के लिए नए क्वारंटीन नियमों की घोषणा की.
सोमवार शाम राज्य सरकार ने कहा कि यूरोप या मध्य पूर्व से आने वाले यात्रियों को अब 14 दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में भेजा जाएगा और अन्य को इतने ही वक़्त के लिए घर में आइसोलेट होकर रहना होगा.
नाइट कर्फ्यू के दौरान सब्ज़ी-दूध जैसे ज़रूरी सामानों की आपूर्ति बाधित नहीं होगी. हालांकि एक वक़्त पर एक जगह पांच लोगों से ज़्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते.