लखनऊ 22 दिसम्बर 2024
उत्तर प्रदेश सरकार लगातार अतिक्रमण को लेकर बहुत ही कठोर कार्रवाई करती हुई दिखती है, लेकिन राजधानी लखनऊ के आलमबाग स्थित समर विहार कालोनी एक आदर्श कालोनी के नाम से जानी जाती है। इस कालोनी में रहने वाले अधिकतर निवासी या तो सरकारी नौकरी करते हैं या सेवानिवृत हैं। कालोनी में कुछ व्यापारी वर्ग भी रहते हैं। मानक नगर स्टेशन के निकट बसी यह कालोनी को नगर निगम की हर सुविधा प्राप्त है। समर विहार कालोनी में एक बड़ा पार्क है, जो समर विहार सेंट्रल पार्क के नाम से मशहूर है।इसके अलावा एक छोटा पार्क है जो सद्भावना पार्क के नाम से जाना जाता है। कालोनी के रख रखाव का पूरा कार्य समर विहार वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा किया जाता है। एसोसिएशन द्वारा नगर पार्षद को एक कार्यालय भी दिया गया है। इस बेहद खूबरसूरत और आदर्श कालोनी को यहां के चंद निवासियों ने अतिक्रमण कर इसकी सूरत बिगाड़ने का काम कर किया है। दरअसल नगर पार्षद द्वारा कालोनी में सड़क के किनारे लॉकिंग ब्रिक्स लगाने का काम किया जा रहा है, लेकिन कालोनी के कुछ निवासियों ने अपने घर की शोभा बढ़ाने के लिए लोहे के जंगले लगाकर सड़क तक अतिक्रमण कर बागीचा बना लिया है।
पार्षद का कहना है कि इन अवैध अतिक्रमण को हटाने के कई प्रयास किये गए,लेकिन मकान मालिक लड़ने-झगड़ने पर अमादा हो जाते हैं। जिसके कारण इंटर लॉकिंग का काम बाधित हो रहा है। इतना ही नहीं बड़े-बड़े घरों में रहने वाले कुछ लोगों ने सड़क के किनारे अपनी चार पहिया वाहन रखने के लिए गैराज तक बना रखा है।
उ.प्र.की योगी सरकार राजधानी लखनऊ को एक आदर्श शहर बनाने के लिए अतिक्रमण के विरोधी अभियान चलाने का काम करती आ रही है। वहीं समर विहार कालोनी जो आलमबाग की एक आदर्श कालोनी मानी जाती है, यहां के चंद निवासियों ने नगर निगम को धता बताते हुए,अवैध अतिक्रमण कर लॉकिंग ब्रिक्स लगाने के काम को बाधित कर रखा है। इतना ही नहीं इन लोगों की दबंगई के आगे पार्षद भी कहीं ना कहीं अपने आप को असमर्थ महसूस कर रहे हैं।
अब देखना है कि नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह जो स्वयं अतिक्रमण के विरूद्ध अभियान चलाते रहते हैं,उनकी पैनी नजर कब समर विहार कालोनी के उन मकानों पर पड़ेगी,जिन्होंने या तो जंगले लगाकर अतिक्रमण कर रखा है या वाहन के लिए गैराज बनाकर अवैध अतिक्रमण कर रखा है।