लखनऊ।वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को विधानसभा में बजट पेश किया।यह अब तक का सबसे बड़ा बजट है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राज्य के बजट का आकार 6.90 लाख करोड़ रुपये था,जिसमें 32,721 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल थीं।योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के वार्षिक बजट में राज्य में कृषि क्षेत्र के लिए 5.1 प्रतिशत वृद्धि दर का लक्ष्य रखा है। बजट में कृषि क्षेत्र के लिए तीन नई योजनाओं का कुल 460 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन को बताया कि सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए राज्य के बजट का आकार बढ़ाकर 7,36,437 करोड़ रुपये कर दिया है। इसमें 24,863.57 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल हैं। वित्त वर्ष 2024-25 बजट में कुल 6,06,802.40 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियां और 1,14,531.42 करोड़ रुपये की पूंजीगत प्राप्तियां शामिल हैं। बजट में राजकोषीय घाटा 86,530.51 करोड़ रुपये अनुमानित है जो वर्ष के लिए अनुमानित सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 3.46 प्रतिशत है।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट अनुमानों को पेश करते हुए कहा कि राज्य में कृषि क्षेत्र के लिए 5.1 प्रतिशत वृद्धि दर का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कृषि क्षेत्र की प्रगति के लिए तीन योजनाओं की घोषणा की।राज्य कृषि विकास योजना के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान है। दूसरी विश्व बैंक समर्थित यूपी एग्रीज योजना के लिए भी 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।तीसरी योजना यूपी के विकास खंडो एवं ग्राम पंचायतों में स्वचालित मौसम केंद्र तथा स्वचालित वर्षा मापी यंत्र स्थापित करने से जुड़ी है,जिसके लिए 60 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना कहा कि 50 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना भी शुरू की जा रही है। इसके अलावा किसानों के निजी ट्यूबवेल को रियायती दरों पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए 2,400 करोड़ रुपये का परिव्यय प्रस्तावित किया गया है। यह राशि चालू वित्त वर्ष में उपलब्ध कराए गए बजट से 25 प्रतिशत अधिक है।वित्त मंत्री ने कहा कि डार्क जोन में नए निजी ट्यूबवेल कनेक्शन देने पर लगी रोक हटा दी गई है, जिसका सीधा लाभ करीब एक लाख किसानों को मिला। वर्ष 2023-2024 में अक्टूबर 2023 तक करीब 37 लाख किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए गए। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में वर्ष 2022-2023 के लिए लगभग 10 लाख बीमित किसानों को अक्टूबर 2023 तक 831 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति का भुगतान किया गया।