आजमगढ़ 22 मार्च 2023
आजमगढ़ राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ भारत के आजमगढ़ दिल्ली इकाई के नेतृत्व में आज पत्रकारों के ऊपर हो रहे उत्पीड़न और फर्जी f.i.r. को लेकर राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ भारत द्वारा काली पट्टी बांधकर एक मार्च निकाला गया और प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया गया जहां विरोध यात्रा के बाद पत्रकारों द्वारा शांतिपूर्ण ठंड से आजमगढ़ के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अंबेडकर पार्क में धरना प्रदर्शन किया गया जहां पत्र सैकड़ों की संख्या में पत्रकारों ने शांतिपूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन किया इस अवसर पर जिले के कोने-कोने से आए हुए पत्रकारों ने अपने अपने विचारों को रखा और प्रशासन द्वारा पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर चर्चा भी की वही विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अशोक चौहान ने विगत दिनों हुए रानी की सराय क्षेत्र में पत्रकार परिवार के साथ दुर्व्यवहार व f.i.r. के मामले पर पत्रकार साथियों से विस्तृत रणनीति के बारे में चर्चा की प्रार्थी प्रदेश महामंत्री मनोज सिंह ने चर्चा के दौरान उत्पीड़न से लड़ने के लिए संगठन का आवाहन किया और एकजुट होकर लिस्ट द्वारा किए जाने वाले उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने की रणनीति के बारे में चर्चा की वही संगठन के अध्यक्ष द्वारा भी अपने विचारों को व्यक्त किया गया जिला अध्यक्ष ने बताया कि हाल ही में आजमगढ़ के रानी की सराय थाना क्षेत्र महाराजगंज थाना क्षेत्र जहानागंज थाना क्षेत्र देवगांव थाना क्षेत्र ने पत्रकारों को फर्जी रूप से पकाने के लिए f.i.r. लिखा गया कई खबर प्रकाशित करने को लेकर तो कहीं प्रताड़ना को लेकर खबरों को उजागर करने पर पत्रकारों के ऊपर एफ आई आर दर्ज कराया गया उन्होंने बताया कि विगत दिनों पहले एक पत्रकार साथी की पत्नी के साथ कुछ दबंगों द्वारा मारपीट व छेड़खानी जैसी हरकत करने के बाद ही स्थानीय थाने रानी की सराय में घंटों तक f.i.r. नहीं लिखा गया जिसको लेकर कुछ पत्रकार साथियों ने रानी की सराय थाने में पहुंचकर खबर बनाना शुरू किया तो स्थानीय पुलिस द्वारा पहले पत्रकारों का विरोध किया गया और उन्हें भगाने की कोशिश की गई लेकिन घटना का लाइव वीडियो चलने की वजह से मौजूदा पुलिस ने पत्रकारों को मौके पर तो मारा पीटा नहीं लेकिन बाद में उल्टा पीड़ित परिवार व एक पत्रकार के ऊपर एफ आई आर दर्ज कर दिया जिसके विरोध में पत्रकार संगठन ने पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन दिया और निवेदन किया कि प्रचार करते हुए पत्रकार के ऊपर लगाए गए फर्जी मुकदमे को हटाया जाए लेकिन लगभग हफ्ते भर बीत जाने के बाद भी ना तो पत्रकार के ऊपर लगाए गए f.i.r. को वापस लिया गया ना ही कोई ठोस कार्रवाई की गई ऐसा ही नहीं आजमगढ़ के विभिन्न नक्शा 4 थानों में पत्रकारों के ऊपर फर्जी मुकदमा लगाया गया उन मुकदमों में भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई इस तरह के मनमाने रोगियों को देखते हुए हमले पहले ही पुलिस अधीक्षक महोदय को अवगत करा दिया था कि अगर 21 तारीख तक हमारी मांगों को नहीं माना जाता हम एक शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के बाद भी अगर हमारी मांगों को नहीं माना जाता और फर्जी तरीके से भगाए गए पत्रकारों का मुकदमा वापस नहीं लिया जाता तो हम आगे सुबह के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी बातों को कहेंगे अगर वहां भी हमारी बातों को नहीं सुना गया तो हम आगे कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे आज का यह धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से किया गया है जिससे प्रशासन को अवगत कराया जा सके कि हमारी मांगों को अगर नहीं माना गया और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो हम आगे और भी बड़ा विरोध प्रदर्शन या धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे इस अवसर पर जिले के तमाम वरिष्ठ पत्रकारों के साथ सैकड़ों की संख्या में पत्रकार साथी शामिल रहे ।