मां जन्म ही नहीं देतीं, बल्कि वह हमें संस्कार, प्रेम और आत्मविश्वास से भी भरती हैं- डॉ गीता खन्ना
लखनऊ। मदर्स डे एक विशेष दिन होता है, जब हम अपनी मां के प्रति अपना प्यार, सम्मान और आभार प्रकट करते हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि मां का जीवन हमारे लिए कितनी मेहनत और त्याग से भरा हुआ होता है। यह बातें आलमबाग स्थित अजंता हॉस्पिटल की निदेषक एवं आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. गीता खन्ना ने की। मदर्स डे पर अजंता हॉस्पिटल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिसमें 60 से अधिक गर्भवती महिलाएं एवं 45 नवमाताएं अपने परिवारजनों के साथ शामिल हुईं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मां हमारे जीवन की सबसे पहली गुरु होती हैं। उनका स्थान भगवान से भी ऊपर होता है। वह हमें सिर्फ जन्म ही नहीं देतीं, बल्कि वह हमें संस्कार, प्रेम और आत्मविश्वास से भी भरती हैं। मां अपने बच्चों के लिए सब कुछ त्याग देती हैं और बच्चों की खुशी के लिए दिन-रात मेहनत करती हैं। ऐसे में मां के इसी त्याग, प्रेम और समर्पण को सम्मान देने के लिए हर साल मदर्स डे मनाया जाता है।
डॉ. खन्ना ने कहा कि मातृत्व एक पवित्र अनुभव है, जिसे योग्य देखभाल और समर्थन की आवश्यकता होती है। अजंता हॉस्पिटल हर उस महिला के साथ खड़ा है जो मातृत्व का सुख पाना चाहती है। मातृत्व हर महिला का जन्मसिद्ध अधिकार है।
कार्यक्रम में विभिन्न मनोरंजक गतिविधियाँ जैसे खेल, रैंप वॉक, संगीत, नृत्य और सेल्फी पॉइंट पर फोटोग्राफी ने सभी उपस्थितजनों का दिल जीत लिया। उपस्थित गर्भवती महिलाओं में बड़ी संख्या में वे महिलाएं थीं, जिन्होंने अजंता हॉस्पिटल की आईवीएफ तकनीक के माध्यम से गर्भधारण किया था, जिससे आयोजन का उल्लास दोगुना हो गया। कार्यक्रम का उद्देश्य मातृत्व की सुंदरता का सम्मान करना एवं माताओं को एक सशक्त मंच प्रदान करना था।