लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने निजीकरण और सरकार का अस्वस्थ रवैया पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि,सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया को निजी हाथों में देने का नतीजा सामने आया है। जब मुनाफे की होड़ होती है तो सुरक्षा और रखरखाव जैसे अहम पहलू दरकिनार कर दिए जाते हैं। एयर इंडिया का क्रैश हादसा नहीं,सरकार के नीति विफलता का प्रतीक है।
एयरलाइन का निजीकरण एक नीतिगत फैसला था, लेकिन सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। चाहे सरकारी हो या निजी, यात्रियों की जान की जिम्मेदारी सबसे ऊपर है। क्रैश की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जवाबदेही तय की जानी चाहिए।सिंह ने आगे कहा है कि मृत परिवार के सदस्यों को तो वापस नहीं लाया जा सकता।
लोकदल परिवार एयर इंडिया के विमान हादसे से बेहद आहत और शोकाकुल हैं। इस दुखद दुर्घटना में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, उनके परिजनों के प्रति लोकदल परिवार की गहरी संवेदना है। लोकदल परिवार ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्माओं को शांति और उनके परिजनों को यह असहनीय पीड़ा सहने की शक्ति प्रदान करें।घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।