भारत देश में बीते 9 सालों में भाजपा सरकार ने 127 लाख करोड़ की महालूट करके जनता की जेबें खाली की हैं और अब उसी जनता के पैसों से झूठा जश्न और महालूट उत्सव मना रही है। यह लोकतंत्र का नहीं, बल्कि जनता की मेहनत की कमाई पर डाका डालकर ढोंग रचाने का उत्सव है।GST कम करने के झूठे प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च कर भाजपा सरकार देशवासियों को गुमराह कर रही है। असलियत यह है कि GST ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी, किसानों की हालत बिगाड़ दी और महंगाई को आसमान पर पहुंचा दिया।भाजपा सरकार के इस धोखे को लोकदल पूरी ताक़त से बेनक़ाब करेगा।जनता अब समझ चुकी है कि यह सरकार विकास के नाम पर नहीं, बल्कि लूट और प्रचार के नाम पर टिकी है।
देश की जनता पूछ रही है,सवाल-?
127 लाख करोड़ की महालूट का हिसाब कौन देगा?
जनता के पैसों से झूठा प्रचार और महोत्सव क्यों?
लोकदल स्पष्ट करता है कि यह GST महोत्सव नहीं,
बल्कि जनता की लूट का काला अध्याय है