क्यों नहीं करते सरकार के आदेशों का पालन यूको बैंक, यूनियन बैंक, बड़ौदा ग्रामीण बैंक ,केनरा बैंक, पंजाब बैंक, स्टेट बैंक, आदि बैंक।
जिलाधिकारियों को आसानी से बेवकूफ बनाते हैं बैंकों के मैनेजर और अधिकारी
आजमगढ़।।रोजगार यह वह शब्द है जो हर घर की जरूरत है इसके बिना ना तो किसी की दिनचर्या चलती है ना ही किसी का पेट भरता है ना ही किसी की दवा हो सकती है ना है किसी के बच्चे का पालन पोषण
आजमगढ़।। जी हां दोस्तों रोजगार एक ऐसा शब्द है जिसको लेकर पूरे देश में लाखों करोड़ों लोग परेशान लोगों के पास रोजगार नहीं हैं, और देश की संपूर्ण राजनीति रोजगार के नाम पर रोटी सेकंती है सरकारें आती है जाती है और सभी रोजगार की बात करते हैं ।
रोजगार केवल नौकरी ही नहीं बल्कि रोजगार स्वयं से स्वयं को स्वालंबी बनाना है जिससे लोगों का परिवार चल सकता है वह ही रोजगार हैं।।
उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में सरकारों द्वारा यह आदेश किया गया युवाओं को केवल उनके आधार, कार्ड और पैन कार्ड के आधार पर ही रोजगार लोन जैसे मुख्यमंत्री रोजगार योजना प्रधानमंत्री रोजगार योजना, आदि लोन दिया जाये।। लेकिन मौजूदा समय में 99%बैंकों ने सरकार के आदेशो को ताख पर रख दिया हैं और बैंकों के मैनेजर मुंह फाड़ कर बड़ी घुस के चक्कर में बैठे रहते हैं वहीं जब तक बैंक के मैनेजरो को दलालों के जरिए मोटी घुस ना मिल जाए तब तक किसी का कोई काम नहीं करते और इस ऊपर वाले पैसे के लिए मैनेजरो ने बकायतें दलाल भी पाल रखे हैं जिससे घुस लेने का आरोप शाहब पर ना लग पाये।।
वहीं सरकार की मंशा के अनुरूप सभी जिलो के जिलाधिकारी हर हफ्ते बैंकों की मीटिंग लेते हैं और इन मीटिंग में बैंक के मैनेजर और अधिकारी जिलाधिकारी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों को बड़ी बारिकी बेवकूफ बनाते हैं और उनके सामने वाहवाही लूटते हैं लेकिन असलियत यह लोग है कि बिना घूस के एक भी लोन पास नहीं करते ।
वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि हिंदुस्तान में एक सिविल स्कोर नाम का राक्षस आ गया। जिसका हर दूसरा आदमी शिकार हो चुका है।
सिबिल स्कोर के बिना किसी को कोई भी लोन नहीं मिल सकता तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि हमारी सरकार क्यों यह ऐलान करती है कि आधार कार्ड और पैन कार्ड और बिना सिविल स्कोर के युवाओं को रोजगार हेतु लोन दिया जाए ।। यह चिंता का विषय है युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है वह चाहता है कि हम भी अपना कुछ छोटा बड़ा रोजगार करके अपनी जिंदगी में आगे बढ़े ।। लेकिन घूसखोरी भारत में इस कदर सर पर चढ़ी हुई है कि कोई भी बैंक अधिकारी कर्मचारी बिना घूस के एक भी लोन नहीं करता ।
जिसके कारण मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर होकर देश का युवा चोरी चकारी या फिर गलत कामों में लिप्त हो जाते हैं ।।
जिसका मुख्य कारण भारत में फैली हुई बेरोजगारी है।
हमने इस खबर के जरिए बैंकों में फैले हुए इन भ्रष्टाचारों की पोल खोलने और सचाई बताने के लिए एक छोटी सी कोशिश की है जिससे यह खबर हमारे जिला अधिकारी तक पहुंचे तो और आजमगढ़ में बैंकों की भ्रष्टाचार पर नियंत्रण रख सके।।