वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार लगातार पूरे प्रदेश में विकास और बिना भेदभाव के राजनीति की बातें करती है।तमाम योजनाएं चला रखी हैं, जिन योजनाओं के अंतर्गत लाखों गरीब परिवारों की मदद भी हो रही है,लेकिन इसी बीच जो सबसे बड़ी कमी सरकार की नजर आ रही है।
वहीं आर्थिक सहायता के संबंध में, जिसमें सबसे बड़ा मामला सामने आया है कि यदि किसी मुस्लिम परिवार या ईसाई परिवार को अपनी पुत्री के विवाह के लिए आर्थिक सहायता चाहिए।
तो वह उसका पात्र नहीं है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि वर्तमान सरकार भेदभाव के साथ राजनीति कर रही है। इसी की आड़ में सरकार चल रही है।अब सवाल यह उठता है कि यदि किसी गरीब परिवार को अपनी पुत्री के विवाह के लिए आर्थिक सहायता चाहिए,तो वह कहां जाए।
जिसमें मुख्य रूप से मुस्लिम और इसाई की बात आई है, यदि मुस्लिम ईसाई के बच्चे आर्थिक सहायता के लिए पात्र नहीं है,तो फिर सरकार को उनके वोट को भी बहिष्कार कर देना चाहिए।
हालांकि हम अपने समाचार पत्र के माध्यम से सरकार को यह बताना चाहते हैं कि यह जो भी हो रहा है।इससे आम जनमानस के बीच में कहीं न कहीं गलत संदेश जा रहा है,जो सरकार के लिए आने वाले चुनाव में नुकसानदायक साबित होगा।

ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले पर सरकारी पोर्टल पर आर्थिक सहायता के संबंध में सभी को कब पात्रता मिलती है।



