नगराम।लखनऊ,राजधानी लखनऊ के नगर पंचायत नगराम टाउन एरिया में नगर पंचायत द्वारा जारी एक स्वामित्व प्रमाण पत्र को लेकर बवाल मच गया है। नगर पंचायत ने एक व्यक्ति को मकान प्लॉट का स्वामित्व प्रमाणित कर दिया, जबकि भूमि पर स्वामित्व का अधिकार केवल तहसील और रजिस्ट्री कार्यालय को ही होता है।
स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत की इस कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नगर पंचायत को केवल सफाई, पानी, सड़क और टैक्स वसूली जैसे कार्य करने का अधिकार है। जमीन-जायदाद का स्वामित्व देना इसका अधिकार क्षेत्र नहीं है।ग्रामीण रामबहादुर यादव ने कहा कि “इस तरह का पत्र लोगों को गुमराह करने वाला है। कल को कोई भी इस कागज़ को दिखाकर असली मालिक की जमीन हड़प सकता है।गांव की महिला सुमन देवी ने कहा कि नगर पंचायत जनता की सुविधा देखे, लेकिन अब जमीन पर स्वामित्व बाँटकर विवाद खड़ा कर रही है।बुजुर्ग ग्रामीण फकीरे लाल ने आरोप लगाया कि “यह कदम भूमाफियाओं को सीधा फायदा पहुँचाने वाला है और इसमें गड़बड़ी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की गहन जाँच कराई जाए और नगर पंचायत नगराम के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
