आजमगढ़ सदर तहसील की मेहरबानी से लगातार भूमाफियाओं का बोलबाला
सदर तहसील के बड़े अधिकारी समेत लेखपालों की मिली भगत से हो रहा है ये कार्य ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप।
यूं तो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने आप को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बताती है लेकिन सीएम योगी के आदेश को कर्मचारियों और अधिकारियों ने ताख पर रख दिया है सीएम योगी लाख कहे की उत्तर प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त है लेकिन इन दिनों उत्तर प्रदेश से ज्यादा भ्रष्टाचार और कहीं नहीं देखा जा सकता जिसका साफ नतीजा लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला लेकिन अभी भी यूपी0सरकार सचेत नहीं हो पा रही है जगह-जगह पर भूमाफिया जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं और सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि आजमगढ़ क्षेत्र के कई लेखपाल प्लाटिंग के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं हालांकि है अभी यह काम छुपे तौर हो रहा है।
अवैध कब्जे का एक ताजा नमूना आजमगढ़ जिले के सदर तहसील के जहानागंज क्षेत्र में देखने को मिला जहां 132 लैंड की सरकारी भूमि पर भु माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा का चल रहा है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, बताया जा रहा है भूमाफियाओं पर लेखपाल दीपक मधेसिया मेहरबान है। ब्लॉक जहानागंज के ग्रामसभा टेल्हुआ चकवली में 132 लैंड की सरकारी भूमि पर धणल्ले से अवैध निर्माण हो रही है। भूमि पर विगत सप्ताह एसडीम सदर ज्ञानचंद गुप्ता ने संज्ञान में लेते हुए हो रहे अवैध कब्जे को रुकवाया भी था। लेकिन किसके आदेश से फिर धड़ल्ले से अबैध निर्माण शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि टेल्हुआ गांव के गाटा संख्या 299 में 132 लैंड की सरकारी भूमि जो 1359 एवं 1356 फसली में 340 कड़ी भीटे के नाम से दर्ज भी है । जिसको किसी ने ज्यादातर फर्जी ढंग से अपने नाम करा लिया है। जबकि उच्च न्यायालय का सख्त आदेश भी है। कि 132 लैंड की सरकारी सुरक्षित भूमि खाली कराई जाए, सरकार और कोर्ट के सख्त आदेशों को ताक पर रखकर लेखपाल दीपक मधेशिया अवैध कब्जा कराने पर तुले हुवे हैं। यहां तो सरकारी भूमि को हड़पने में भू माफिया हावी भी हैं। बताया जा रहा है कि लेखपाल दीपक मद्धेशिया भूमाफियाओं पर मेहरबान भी हैं। जिसका नतीजा यह है कि सरकारी भूमि इन दिनों फिर अवैध कब्जा हो रही है। इस अवैध कब्जा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिस पर क्षेत्र वासियों में काफीआक्रोश भी है। इतना ही नहीं पूरे छेत्र में सरकारी जमीन अवैध कब्जा करने की चर्चा भी हो रही हैं। इस खबर पर उच्च अधिकारियों की निगाह कब पड़ती हैं। पूरे गाँव क्षेत्र की जनता बेसब्री से इंतजार भी कर रही है। देखना यह होगा की जिम्मेदार अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेते हैं या भूमाफिया दाव पेच लगाकर सरकारी भूमि हड़पने में सफल हो जाते हैं। सूत्रो द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जिले के अधिकारी नहीं चेते तो मामला उच्च न्यायालय में जाना तय माना जा रहा है। जिस पर उच्च न्यायालय द्वारा बड़ी कार्रवाई हो सकती है । वही ग्रामीणों का मानना है कि इस पूरे खेल में कहीं ना कहीं सदर तहसील के बड़े अधिकारी भी शामिल है ग्रामीणों का कहना है कि एसडीएम द्वारा दिखाने के लिए पहले तो काम को रुकवाया जाता है लेकिन फिर बाद में न जाने कौन सा मंत्र चलता है भू माफिया का काम फिर से शुरू हो जाता है और कार्रवाई के नाम पर लिपापोती होते रहती है इसी तरह से अवैध कब्जा हो रहा है और कार्यवाही के नाम पर केवल जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है इस तरह की घटना आए दिन पूरे सदर क्षेत्र में जगह-जगह देखी जा रही है लेकिन आजमगढ़ के जिला अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगती अब इस खबर के बाद क्या जिलाधिकारी आजमगढ़ सदर एसडीएम से प्रकरण में जवाब तलब करते हैं या फिर जनता की आवाज फिर एक बार डर जाएगी।