अप्रैल के महीने में ही गर्मी ने अपना विकराल दिखाना शुरू कर दिया है। जिसका सबसे बड़ा खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है। भीषण गर्मी की वजह से गेहूं की खड़ी फसल में अचानक आग लग जा रही है।जिसकी वजह से किसानों की खड़ी फसल पूरी तरह जलकर खाक हो जा रही है। हालांकि इस मामले में सरकार के द्वारा मदद की घोषणा की गई है,लेकिन वह मदद कब मिलेगी कितनी मिलेगी,यह तो समय ही बताएगा। ताजा मामला जनपद आजमगढ़ के गोधना हाजीपुर कुदरत गांव का सामने आया है। जहां आज दोपहर 3:00 बजे अचानक गेहूं के खेत में आग की लपटे उठने लगी। कई दिनों से लगातार पछुवा हवा चलने की वजह से तापमान में बढ़ोतरी हो गई है। जिसकी वजह से गेहूं की खड़ी पक्की हुई फसल में आग लग गई। हालांकि गांव के नहर के दूसरी तरफ लगभग कटाई का काम पूरा हो चुका है, कुछ जगह पर अभी भी कटाई का काम बाकी है,
बता दें कि जहीर अहमद उर्फ जुम्मन के खेत में लगी खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई।वही कुछ लोगों के खेत में रखा भूसा जल करके राख हो गया।क्योंकि उन लोगों ने पहले ही मशीनों से फसल की कटाई करवा ली थी, लेकिन खेत से भूसा उठाना बाकी रह गया था,जो आज इस आग की भेंट चढ़ गया।खड़ी फसल में आग लग जाने के बाद लोगों में अपराध अफरातफरी का माहौल हो गया, हालांकि लोगों ने 112 नंबर को सूचना दी और मौके पर पुलिस पहुंच भी गई। लेकिन तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था,लेकिन डायल 112 के अलावा कोई भी प्रशासनिक अधिकारी किसानों का हाल-चाल पूछने के लिए नहीं पहुंचा। हालांकि इस तरीके की घटना लगभग हर वर्ष होती रहती है। लेकिन सरकार के द्वारा प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।ताकि यह घटना दोबारा ना हो और अगर होती भी है तो उस पर तत्काल काबू पाया जाए,लेकिन सरकार ने इस पर आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
अब देखने वाली बात यह होगी कि खेत में खड़ी फसल खाक हो जाने के बाद किसानों की सरकार के द्वारा क्या मदद की जाती है।