विशेषज्ञों द्वारा रोबोटिक, लेप्रोस्कोपिक और अत्याधुनिक सर्जिकल तकनीक रहा मुख्य आकर्षण
लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांटेशन विभाग द्वारा 12 से 14 अप्रैल, 2024 तक ‘‘यूरो-ऑन्कोलॉजी में ऑपरेटिव वर्कशॉप और इनोवेशन’’ का आयोजन किया गया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में विभाग के पूर्व छात्र भी शामिल रहेे। कार्यशाला में यूरो-ऑन्कोलॉजी में हूई अभूतपूर्व प्रगति का प्रदर्शन किया गया और इंटरैक्टिव सत्रों, उच्च कोटि के सर्जिकल प्रदर्शनों के लिए एक मंच प्रदान किया गया।
कार्यशाला में दुनिया भर से 300 से अधिक प्रतिनिधि ज्ञान और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने के लिए एकत्र हुए। उपस्थित लोगों को ज्ञानवर्धक सत्रों में शामिल किया गया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल थे, जिससे व्यावहारिक चर्चाओं को बढ़ावा मिला। कार्यशाला का मुख्य आकर्षण क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञों द्वारा रोबोटिक, लेप्रोस्कोपिक और पारंपरिक विधियों सहित अत्याधुनिक सर्जिकल तकनीकों का प्रदर्शन था।
कार्याशाला में यूरो-ऑन्कोलॉजिकल सर्जरी में नवीनतम प्रगति का प्रदर्शन किया गया साथ ही प्रतिभागियों को सर्जिकल इन्टरवेन्शन के भविष्य की व्यावहारिक अंतर्दृष्टि भी प्रदान की गई। कार्यक्रम में हरे रंग की थीम को अपनाकर परंपरा का भी सम्मान करते हुए पूर्व छात्रों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। ‘‘यूरो-ऑन्कोलॉजी में ऑपरेटिव कार्यशाला और नवाचार’’ ने शैक्षणिक सम्मेलनों में उत्कृष्टता के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है और नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित किया।
कार्याशाला में संस्थान के निदेशक डॉ. आर के धीमन की गरिमामय उपस्थित रहे जबकि अध्यक्षता एसजीपीजीआई के डीन डॉ. शालीन कुमार ने की। आयोजन अध्यक्ष डॉ. एमएस अंसारी, आयोजन सचिव डॉ. उदय प्रताप सिंह और सह-आयोजन सचिव डॉ. संजय के सुरेका ने कार्यशाला को सफ़ल बनाने में अहम भूमिका निभाई।