विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के शुभ अवसर पर लोक बंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय लखनऊ में 12 मार्च से 18 मार्च 2023 तक जन जागरूकता कार्यकम, संगोष्ठी एवम विशेष ग्लूकोमा क्लिनिक बनाकर किया गया, नेत्र संबंधित मरीज प्रतिदिन लगभग 200 देखे जाते है,

इस विशिष्ट ग्लूकोमा क्लिनिक के माध्यम से पूरे सप्ताह में 50 संदिग्ध ग्लूकोमा मरीजों को चिन्हित किया गया, जिसमे से 9 मरीजों में ग्लूकोमा पाया गया कुछ मरीजों को उपचार कर ठीक किया गया , कुछ मरीजों को ट्रेबीक्यूलेक्टमी सर्जरी की गई, ये विधि तब प्रयोग की जाती जब मरीजों को किसी प्रकार से दवा से आराम नहीं मिलता,और सर्जरी न होने पर मरीज अंधता का शिकार हो सकता है,
डॉक्टर अजय शंकर त्रिपाठी चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि ग्लूकोमा को समय रहते पहचाना जा सकता है, इसके लक्षण एवम बचने के उपाय राजकीय चिकित्सालय में जगह जगह डिस्पले किए गए है, चिकित्सालय में आने वाले मरीज तीमारदार इसे देखकर स्वयं एवम अपने सुभचिंतको को जागरूक कर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में परामर्श ले सकते है, डॉक्टर विनय वर्मा नेत्र सर्जन एवम सर्जिकल टीम ने इस सर्जरी के द्वारा लोक बंधु चिकित्सालय में प्रथम बार कराकर अस्पताल को नित नए आयामों को जोड़ने की प्रथा को बनाए रखने का प्रयास कर अपना नाम स्वर्णिम किया,

निदेशक एवम प्रमुख अधीक्षक डॉ दीपा त्यागी जी ने बताया गुणवत्ता की निरंतरता बनाए रखने के इसे प्रत्येक शनिवार को ग्लूकोमा विशिष्ट ओपीडी क्लीनिक चलाई जाएगी, जिससे जनमानस को उच्च संस्थान के लिए भटकना नहीं पड़ेगा,नेत्र विभाग में फेंको विधि द्वारा मोतियाबिंद का इलाज शुरू होने से जन मानस एवम जन प्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन की भूरी भूरी प्रसंशा की जा रही है।



