आजमगढ़। पालिका प्रशासन द्वारा पुराने जेल परिसर में शहर के मुख्य मार्ग पर ही बनाए गए डम्पिंग ग्राउण्ड से आमजनमानस को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
लगातार डम्पिंग ग्राउंड को हटाने की मांग की जा रही है लेकिन अब तक कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई। इसी को लेकर उत्तर प्रदेश अभिभावक महासंघ के महासचिव गोविन्द दुबे के नेतृत्व में शुक्रवार को जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा गया और डम्पिंग ग्रांउड से उपजी समस्याओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया गया।
उत्तर प्रदेश अभिभावक महासंघ के महासचिव गोविन्द दुबे ने कहाकि आजमगढ़ तीन तरफ से तमसा नदी से घिरा है। शहर की तरफ आवाजाही का मुख्य मार्ग पुराने जेल से ही होकर जाता है। यह शहर का सबसे व्यस्तम मार्गो में से एक है। इसी मुख्य रास्ते पर नगर पालिका-प्रशासन द्वारा वर्षो से डम्पिंग ग्राउंड स्थापित कर दिया गया है। दिन भर बड़े-बडे वाहनों से कूड़ा यार्ड में भेजने के लिए कूड़ा वाहनों का कतार लगा रहता है, जिसके कारण भीड़ लगी रहती है, जिसके कारण आम आवाजाही वाले दो पहिया, तीन पहिया व राहगीरों का इस मार्ग से गुजरना कठिन हो जाता है। सामाजिक कार्यकर्ता गोविन्द दुबे ने आगे कहाकि स्वच्छ आजमगढ़, सुन्दर आजमगढ़ के नाम पर आजमगढ़वासियों को दुर्गंध, सड़न में जीने के मजबूर करने वाली नगर पालिका-प्रशासन की कारस्तानियां अब बर्दाश्त से बाहर हो चुका है। प्रशासन लगातार इस समस्या की अनदेखी कर रहा है जिस पर उत्तर प्रदेश अभिभावक महासंघ अब चुप नहीं बैठेगा। डीएम से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहाकि कचरे को सीधे यार्ड तक भेजे जाने की व्यवस्था करें ताकि नगरवासी स्वस्थ्य वातावरण में जीवनयापन कर सकें।
चौरसिया महासभा के अध्यक्ष अरूण चौरसिया ने कहाकि डम्पिंग ग्राउंड के चंद कदमों की दूरी पर रिहायशी घनी आबादी निवास करती है। इस ग्राउंड से उठने वाले दुर्गंध से संक्रामक बीमारियों व मच्छर जनित डेंगू रोग का प्रसार बढ़ रहा है। व्यवस्था सुधारने तक हम आवाज उठाकर आमजनमानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे।
इस अवसर पर युधिष्ठिर दुबे, आनंद पाठक, अभिषेक सिंह, अनिल तिवारी, अरूण चौरसिया, मो0 अंजूम, बाबी श्रीवास्तव, डा शक्ति श्रीवास्तव, अरविन्द चौबे, अजय राय, जगपाल चौरसिया आदि शामिल रहे।