योगी सरकार लगातार उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ एवं समाज को भ्रष्टाचार मुक्त करने के दावे करती रहती है।अगर भ्रष्टाचार की बात करें तो भाजपाई नेता सपाइयों के ऊपर केवल आरोप लगाने का मौका ढूंढते रहते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में अभी भी कुछ मौकापरस्त नेता हैं जिनकी वजह से भारतीय जनता पार्टी की भी छवि खराब होती नजर आ रही है, आए दिन भाजपा के जनपदीय नेता अपने पहुंच और रसूख के दम पर कमजोर तबके के लोगों के ऊपर अपनी हनक दिखाने से बाज नहीं आ रहे और इतना ही नहीं इनका साथ देने में पुलिस प्रशासन से लेकर प्रशासनिक अधिकारी भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे।नतीजा गरीब आदमी दर-दर की ठोकर खाता नजर आ रहा है।
ताजा मामला जनपद सुल्तानपुर के ग्राम-ऊंचगांव थाना-बंधुआ कला सामने आया है, जहां पर बाबूराम प्रजापति पुत्र रामकिशन के पैतृक मकान का आधा हिस्सा साजिश के तहत कपिल देव दुबे पुत्र चंद्रभूषण ने बाबूराम प्रजापति की चाची की लड़कियों से मकान की रजिस्ट्री करवा ली।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में पहले से ही न्यायालय में मुकदमा चल रहा है,इसके बावजूद रजिस्ट्री करवा लिया और बाबू राम के हिस्से पर भी निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
पीड़ित बाबूराम की मानें तो कपिल देव दुबे भारतीय जनता पार्टी के जनपद स्तर के नेता है और उनके भाई सांसद मेनका गांधी के प्रतिनिधि के भाई हैं और इसी राजनीतिक रसूख के कारण बाबू राम प्रजापति की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जिसको लेकर पीड़ित बाबूराम लगातार जनपद के लगभग सभी जिम्मेदार अधिकारियों के सामने गुहार लगा चुका है।लेकिन कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई थक हार कर बाबूराम ने मुख्यमंत्री योगी से न्याय की गुहार लगाई है।
अब देखने वाली बात यह होगी योगी सरकार भारतीय जनता पार्टी के ऐसे लालची और स्वार्थी नेताओं के ऊपर नकेल कसने का काम करती है या नहीं।
इसके साथ ही ऐसे नेताओं की कठपुतली बने प्रशासनिक अधिकारियों के ऊपर कब तक कार्रवाई होती है, क्योंकि ऐसे अधिकारी वेतन सरकार से लेते हैं,लेकिन काम ऐसे भ्रष्ट राजनीतिक लोगों का करते हैं जो किसी भी सूरत में उचित नहीं है।
मीडिया से बात करते हुए पीड़ित बाबूराम प्रजापति ने बताया कि कपिल देव दुबे ऊंची रसूख के साथ-साथ भू माफियाओं के साथ भी अच्छे संबंध बनाए हुए हैं और इसी के दम पर उन्होंने गांव के ही ग्राम समाज की जमीन गाटा संख्या 1545 जिसका रकबा 0.025 हेक्टेयर है, उस पर अवैध कब्जा कर लिया है, लेकिन हालात यह है कि जनपद सुल्तानपुर के सरकारी विभाग के आलाधिकारी/कर्मचारी कपिल देव दुबे के आगे नतमस्तक हैं और कपिल देव दुबे के कारनामों को सरकार के सामने आने ही नहीं देना चाहते हैं।
जिसका नतीजा कपिल देव दुबे जैसे मौकापरस्त नेता गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं जो किसी भी सूरत में सही नहीं है।
ऐसे लोग योगी और मोदी के मंशा के विपरीत कार्य कर रहे हैं,जिससे पार्टी की छवि दिन प्रतिदिन खराब होती नजर आ रही है जो आने वाले चुनाव में घातक सिद्ध हो सकती है।