मण्डल कारागार का एक तथाकथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में एक व्यक्ति एक कमरे में मोबाइल पर बात करते हुए दिखाई दे रहा है। कमरे को देखने से नहीं लग रहा है कि वह जेल की बैरक में है अपितु यह लग रहा है कि वह किसी व्यवस्थित कमरे में आराम से सोया हुआ फोन पर बात कर रहा है।
वहीं सपा विधायक रमाकान्त यादव द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश को लिखा गया एक पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें जेल में उनके साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार की बात कही गयी है।एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने इस बावत बताया कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें एक व्यक्ति फोन पर बात करता हुआ दिखाई दे रहा है, इससे यह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वीडियो कहां का है। मामले में जांच के बाद अगर वीडियो मण्डल कारागार से जुड़ा पाया जायेगा तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी।
बताते चलें कि फूलपुर पवई से समाजवादी पार्टी के विधायक रमाकांत यादव का एक पत्र मंगलवार को सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे इस पत्र में रमाकांत ने कई तरह के आरोप जिला प्रशासन व जेल प्रशासन पर लगाए हैं। कहा गया है कि पुराने मामले में फंसा कर जेल भेजा गया। उन्हें शूगर बीपी हार्ट जैसी बीमारियां होने के बावजूद उन्हें सामान्य बंदियों की तरह रखा गया है। जबकि वह चार बार के सांसद व पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं। आरोप लगाया कि उन्हें फतेहगढ सेंट्रल जेल में किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। वायरल पत्र में उन्होंने सपा अध्यक्ष से इस मामले को विधानसभा में रखते हुए दोषियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की मांग की है। वहीं जेल से वायरल एक हत्यारोपी का तथाकथित वीडियो जेल की व्यवस्था पर सवालियां निशान उठा रहा है। फिलहाल वायरल वीडियो जेल का ही इस बात की अभी कोई पुष्टि नहीं हो पाई हैंं।