नई दिल्ली। भारत के साथ सीमा पर जारी तनाव का शांतिपूर्ण दावा करने वाला चीन प्रॉपेगैंडा के इस्तेमाल से खुद को बेहतर साबित करने में जुटा रहता है। अब भारतीय सेना ने उसकी ही चाल में उसको मात देते हुए बड़ी तैयारी की है। भारतीय सेना ने चीन की युद्ध मैन्युअल को छान मारा है और ड्रैगन के किसी भी कदम को फेल करने के लिए लद्दाख में ‘टनल डिफेंस’ तैनात कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना ने जापान के खिलाफ दूसरी जंग में इसी तरकीब का इस्तेमाल किया था।
PLA ने की है तैयारी
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि PLA ने ल्हासा एयरबेस पर एयरक्राफ्ट तैनात करने के लिए टनल बनाए हैं और दक्षिण चीन सागर में न्यूक्लियर बैलिस्टिक सबमरीनों को रखने के लिए हैनान टापू पर अंडरग्राउंड तैयारी की गई है।
सीनियर मिलिट्री कमांडर्स के मुताबिक भारतीय सेना ने बड़े डायमीटर के Hume कंक्रीट पाइप टनल में लगाए हैं ताकि सैनिकों को दुश्मन के हमले से बचाया जा सके और मुसीबत की स्थिति में हमला भी किया जा सके।
क्यों खास होते हैं ये पाइप
इन पाइप्स (Hume reinforced concrete pipes) का डायमीटर 6 से 8 फीट होता है और इनसे होकर सैनिक अंडरग्राउंड एक जगह से दूसरे जगह पहुंचते हैं। इससे उन्हें दुश्मन की फायरिंग से बचने का मौका मिलता है। इस टनल का फायदा यह भी होता है कि इन्हें गर्म किया जा सकता है और ठंडी जगहों पर बर्फ के तूफानों से बचने के लिए सैनिक इसमें शरण ले सकते हैं।
पहाड़ी इलाके में तनाव
भारत और चीन के बीच लंबे वक्त से चला आ रहा सीमा विवाद इस साल मई से एक बार फिर गर्माने लगा जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आई गईं। अब तक यहां दो बार हिंसक झड़प भी हो चुकी है और दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक बैठकें कर समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है। वहीं, चीन से सिक्कम और अरुणाचल प्रदेश में भी खतरा बना हुआ है जहां ड्रैगन के तेवर आक्रामक बने हैं।
एजेंसियां