यूपी0।1995 में जीआरपी के सिपाही की हुई थी हत्या जिसमें पूर्व सांसद उमाकांत को मुख्य आरोपी बनाया गया था जिस मुकदमे में कोर्ट,ने उमाकांत यादव को दोषी करार दिया है जिस मुकदमे में 8 अगस्त को सजा पर होगी सुनवाई।
जौनपुर। बता कि लंबे समय से जेल में बंद पूर्व बाहुबली सांसद उमाकांत यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल, 4 फरवरी 1995 जीआरपी सिपाही हत्याकांड मामले में कोर्ट ने उमाकांत यादव को दोषी करार दिया है। कोर्ट सजा को लेकर सोमवार यानी 8 अगस्त को अपना फैसला सुनाएगा।
बता दें कि इस मामले में सात आरोपियों पर पुलिस हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें से पूर्व सांसद उमाकांत यादव को भी कोर्ट ने हत्या का आरोपी माना है। गौरतलब है कि उमाकांत यादव 1991 में बीएसपी से खुटहन विधानसभा से विधायक बने। इसके बाद 1993 में वे सपा बसपा गठबंधन से दूसरी बार इसी सीट से विधायक चुने गए।- 1996 के चुनाव में सपा बसपा गठबंधन टूटने के बाद उमाकांत यादव बीएसपी छोड़ समाजवादी पार्टी से विधायक बने। 2002 के विधान सभा चुनाव में उमाकांत यादव ने बीजेपी-जदयू गठबंधन से खुटहन से चुनाव लड़ा, लेकिन बसपा प्रत्याशी शैलेंद्र यादव ललई से हार गये। 2004 लोकसभा चुनाव में उमाकांत यादव जेल बंद रहते हुए एक बार फिर से मछलीशहर से बीएसपी के टिकट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी को हराकर सांसद बने थे।