एस.जी.पी.जी.आई. के निदेशक प्रो.आर.के.धीमान के पास था, इस संस्थान का अतिरिक्त प्रभार
लखनऊ। अंततः बहु प्रतीक्षित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर चिकित्सा संस्थान (केएसएसएससीआई) के नियमित निदेशक की नियुक्ति हो गई। उ.प्र. की राज्यपाल द्वारा कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान का निदेशक नियुक्त किये जाने के आदेश जारी होने के बाद एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी, देहरादून के वीसी तथा राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी(केजीएमयू) के पूर्व कुलपति प्रो. मदन लाल भट्ट ने मंगलवार को एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो. आर के धीमान से कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट और हॉस्पिटल के निदेशक का पदभार संभाला।
बता दें कि आदेश के अनुसार प्रो. भट्ट की नियुक्ति निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से अगले 5 वर्षों के लिए होगी। ज्ञात हो अभी तक इस पद का कार्यभार एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो आरके धीमन सम्भाल रहे थे। प्रो शालीन कुमार के निदेशक पद से हटने के बाद से कैंसर संस्थान को नियमित निदेशक नहीं मिल सका था। पदभार स्थानांतरित करते हुए प्रो. धीमान ने कहा कि प्रो. भट्ट की शैक्षणिक उत्कृष्टता और व्यापक अनुभव से संस्थान और आगे बढ़ेगा।
एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमान को वर्ष 2021 में इसका अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। इस दौरान प्रो. धीमान ने कैंसर इंस्टीट्यूट की कई चुनौतियों का सामना करते हुए इसके समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके अथक प्रयासों से संस्थान में कैंसर रोगियों के लिए समर्पित बेडों की क्षमता 750 हुई जबकि दूसरे चरण में 1250 बेडों की सुविधा की भी परिकल्पना की गई। इस दौरान सरकार ने स्थायी गैर-शिक्षण कर्मचारियों और 62 संकाय के 503 पदों को मंजूरी दी। संस्थान को चलाने के लिए कुल 565 नए पद भी सृजित किए गए। निर्माण कार्य में भी तेजी लाते हुए 8 मॉड्यूलर ओटी, 12 बेड वाले प्रीऑप वार्ड और 16 बेड वाले पोस्ट ऑप वार्ड वाले ओटी कॉम्प्लेक्स की एक मंजिल को 11 जून 2022 से कार्यात्मक बना दिया गया। इसी तरह, आईपीडी भवन ने 11 जून 2022 को काम करना शुरू कर दिया। इन-हाउस माइक्रोबायोलॉजी लैब और पैलिएटिव केयर यूनिट ने भी काम करना शुरू कर दिया। मरीजों की भर्ती, ओपीडी पंजीकरण तथा आपरेशन पिछने वर्ष तुलना में दोगुने हुए।