अग्निवीर योजना को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है,कई जगहों पर पथराव,हिंसक, वारदात,आगजनी यह घटना सामने आई है।
जिनमें मुख्य रुप से बिहार में सबसे ज्यादा हिंसक वारदात हुई है,
लेकिन आखिर यह सब हो क्यों रहा है?
क्यों नहीं लोगों को अग्निवीर योजना की मंशा और हकीकत समझ में नहीं आ रही है।
इस पूरे प्रकरण को लेकर के लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि विपक्षी पार्टियां देश के युवाओं को गुमराह कर रही है और उन्हें भड़काने का काम कर रही है।
जबकि केंद्र सरकार की इस योजना से युवाओं को एक स्वर्णिम अवसर मिल रहा है और केंद्र सरकार का कोई दबाव नहीं है।
स्वेच्छा से अग्निवीर बनना चाहता है,वह जा सकता है।
सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर इन युवाओं को भड़का कौन रहा है ?
जिनमें अहम भूमिका देश में विपक्षी पार्टियों की है।
उन्होंने कहा कि इस योजना को एक ट्रेनिंग के तौर पर देखा जाए।
क्योंकि अगर कोई 17 साल का युवा अग्निवीर योजना में भर्ती होता है तो 21 वर्ष आयु में रिटायर हो जाएगा।
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि उस समय उसे रिटायरमेंट के दौरान मिले फंड के 12 लाख और 4 साल के बीच में हुई कमाई का लाभ मिलेगा, साथ ही साथ किसी भी सरकारी नौकरी में पात्रता के लिए अधिकांशतः
आवेदकों की उम्र 20 वर्ष के बाद ही होती है।
क्योंकि स्नातक परास्नातक की पढ़ाई करते करते युवाओं की उम्र 21 से लेकर 23 साल के बीच में हो जाती है।
जबकि अग्निवीर योजना में हाईस्कूल पास करके अगर कोई युवा 17 वर्ष की आयु में जाता है तो रिटायरमेंट के समय इंटरमीडिएट के समकक्ष की उसे डिग्री भी दी जाएगी।
ताकि वह युवा अपनी आगे की पढ़ाई को जारी रख सकें।
ऐसे में इस योजना से नई पीढ़ी की युवा को किसी भी तरह का कोई उनके भविष्य को लेकर कोई खतरा नहीं है।
देखा जाए तो अन्य कई देशों में फौज में भर्ती अनिवार्य है, इजराइल जैसे देशों में लड़के/ लड़कियां सभी के लिए फौज की ट्रेनिंग अनिवार्य है।
अग्निवीर योजना से हमारा देश सशक्त मजबूत और समृद्ध होगा, बेरोजगारी पर अंकुश लगेगा देश की बेरोजगारी को कम करने में अग्निवीर योजना बहुत ही सहायक सिद्ध होगी।
लेकिन शायद यह बात हमारे देश के स्वार्थी और लालची कुछ राजनेताओं को समझ में नहीं आ रही।
जो इन युवाओं को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।
मुख्य रूप से अगर देखा जाए यह उन युवाओं के लिए सबसे अधिक लाभकारी होगी जो हाई स्कूल पास करके बैठे हुए हैं और आगे की पढ़ाई किन्ही कारणों से नहीं कर पा रहे, परिवार की जिम्मेदारी है।
ऐसे लोगों के लिए यह स्वर्णिम अवसर है,
क्योंकि आने वाले भविष्य में अग्निवीरों को सभी सरकारी नौकरी में वरीयता दी जाएगी। जबकि सरकारी नौकरी में आवेदन के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तक है।
जिनमें सामान्य वर्ग को छोड़कर अन्य वर्ग के लिए छूट का भी प्रावधान है फिर ऐसे में किस तरह से अग्निवीर योजना गलत साबित करना चाहते हैं।
यह बात समझ में नहीं आती,
अग्निवीर योजना का देश के सभी लोगों को सम्मान करना चाहिए और सबसे बड़ी बात 23 वर्ष की आयु सीमा पार करने वालों के लिए यह योजना है ही नहीं।
अगर इसे गंभीरता से देखा जाए तो यह योजना 17 वर्ष के युवाओं के लिए बहुत ही स्वर्णिम अवसर है।
उन युवाओं के लिए यह योजना वरदान साबित होगी,क्योंकि सामान्यत: यह देखा जाता है कि समाज में लड़का नौकरी कर रहा हो या ना कर रहा हो 22-23वर्ष की आयु सीमा पार करते-करते लोग लड़कों की शादी अवश्य कर देते हैं।
ऐसे में अचानक जिम्मेदारी का बोझ आने के बाद अधिकांश युवा इस जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम नहीं होते हैं।
जिसकी वजह से उनका पूरा जीवन संघर्षमय हो जाता है,
लेकिन अगर 21 वर्ष की आयु में कोई अग्निवीर अपने दांपत्य जीवन की शुरुआत करता है,तो उसका पूरा जीवन सुखमय व्यतीत होगा।
क्योंकि 21 वर्ष से की आयु से लेकर 40 वर्ष की आयु तक किसी भी सरकारी नौकरी में वह आवेदन कर सकता है।
उस बीच अग्निवीर योजना के द्वारा अर्जित की गई धनराशि से वह कोई भी ऐसा कार्य कर सकता है,जिससे वह इन बीच के समय में अपनी जीविका चला सके।
अपनी पढ़ाई कर सके और अपने परिवार को भी देख सकें,फिर ऐसे में युवाओं को भ्रमित करने का कार्य समाज के जो भी लोग कर रहे हैं,यह सरासर गलत है और ऐसे लोगों को देशद्रोही घोषित कर देना चाहिए।