यूपी ओलंपिक संघ के सचिव आनंदेश्वर पांडेय पर बलात्कार का एफआईआर दर्ज

SPORTS उत्तर प्रदेश
 विशेष।। पिछले कई दिनों से लगातार सोशल मीडिया पर आनंदेश्वर पांडे कि कई महिलाओं के साथ अश्लील तस्वीरें बहुत ही तेजी के साथ वायरल हो रही थी।
इन महिलाओं के साथ तस्वीरें वायरल होने के साथ ही साथ भारतीय ओलंपिक संघ की राज्य शाखा यूपी के सचिव आनंदेश्वर पांडेय बड़े विवाद में फंस चुके हैं।
सोमवार की शाम को यूपी ओलंपिक संघ के सचिव आनंदेश्वर पांडे की अश्लील तस्वीरें वायरल हुई थी अलग-अलग तस्वीरों में अलग-अलग महिलाएं भी नजर आई।
हालांकि इस मामले में जब मीडिया ने आनंदेश्वर पांडे से सवाल किया,तो उन्होंने कहा कि हमें फंसाने के लिए कुछ अधिकारी यह साजिश रच रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने अपनी छवि खराब करने के आरोप में शिकायत भी दर्ज कराई।
लेकिन मामला कुछ उल्टा ही पड़ गया।
आपको बता दें कि सीमा वर्मा नाम की हैंडबॉल के राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी ने आनंदेश्वर पांडे पर आरोप लगाते हुए दिनांक 31 जुलाई को प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र लिखा है।
जिसमें खिलाड़ी सीमा ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि मैं सीमा शर्मा पुत्री दशरथ शर्मा निवासी बरेली उत्तर प्रदेश वर्तमान समय में ससस्त्र सीमा बल 2017 में सिपाही के पद पर कार्यरत हूं।
सीमा शर्मा ने आरोप लगाया कि आनंदेश्वर पांडे कई महिला खिलाड़ियों के साथ अभद्रता के साथ-साथ उनका शारीरिक शोषण भी करते हैं, क्योंकि सभी लोगों को डर बना रहता है कि उनका कैरियर खराब ना हो और इसी का नाजायज फायदा आनदेश्वर पांडे उठाते रहे हैं।
प्रधानमंत्री के इस पत्र पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आनंदेश्वर पांडे के ऊपर एफ आई आर दर्ज हो चुकी है।
आनंदेश्वर पांडेय के खिलाफ दुष्कर्म व धमकाने का केस एक हैंडबाल खिलाड़ी की शिकायत पर दर्ज किया गया है।
बरेली निवासी SSB में तैनात महिला सिपाही जो इन दिनों राजस्थान में तैनात है, उसका आरोप है कि केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित हैंडबॉल के एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान आनंद ईश्वर पांडे ने उसके साथ में बदसलूकी की थी। राजस्थान के भिवाड़ी महिला थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है, विशेष प्रशिक्षण शिविर के दौरान दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगा है,विरोध पर कैरियर खराब करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है।वारदात स्थल लखनऊ होने के कारण मुकदमा स्थानांतरित कर लखनऊ के हजरतगंज थाने में भेजा जाएगा।
अब देखने वाली बात यह होगी कि अपने पद और प्रतिष्ठा का नाजायज फायदा उठाकर इस तरह होनहार महिला खिलाड़ियों का शारीरिक शोषण करने वालों के साथ सरकार क्या कार्रवाई करती है। इसके साथ ही ऐसे कृत्य करने वाले व्यक्ति से यश भारती का सम्मान सरकार वापस लेती है या नहीं यह तो समय ही बताएगा।

इस पूरे मामले की जांच आर.एस.ओ. केडी सिंह बाबू स्टेडियम कर रहे हैं,
हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ कि जांच की रिपोर्ट कितने दिन में सामने आएगी।

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