आजमगढ़। आजमगढ़ के पत्रकारों में उस वक्त शोक की लहर दौड़ पड़ी जब पत्रकारों के बीच से एक मिलनसार साथी अचानक पत्रकारों को छोड़कर चला गया। आपको बता दें कि आजमगढ़ में आज प्रेस के वरिष्ठ छायाकार हरीश चौहान 22 सालों से छायाकार के रूप में आज प्रेस में काम कर रहे थे जनपद में एक एक नेता अधिकारी, पत्रकार हो फिर,जनता ,सभी उन्हें जानते थे और उनके स्वभाव से सभी लोग काफी करीबी हो गए थे जनपद के हर व्यक्ति से उनका अच्छा व्यवहार रहा अचानक बीती रात अत्यधिक शुगर बढ़ने से अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया डॉक्टरों ने काफी मेहनत की फिर भी अत्यधिक शुगर होने के कारण डॉक्टर उन्हे बचाने में असफल रहे।वही इस घटना के बाद हरीश चौहान के घर में मातम पसरा हुआ है उनके तीन छोटे छोटे बच्चे जिनमें दो बेटियां और एक बेटा है वही बेटे को देखकर हर कोई रो पड़ा क्योंकि छोटी सी उम्र में बाप साया परिवार के ऊपर से चला गया खबर पाते ही जनपद का हर छोटा,बड़ा नेता,हर पार्टी के नेता अधिकारी, पत्रकार ,आम जनता, वरिष्ठ नागरिक सभी घर से लेकर घाट तक सभी का हुजूम लगा रहा। कुल मिला जुला कर कहे तो हरीश चौहान की छवि इतनी थी कि शायद ही जनपद का कोई व्यक्ति उनके अंतिम संस्कार में नहीं आया हो,और हम भी इस खबर के माध्यम से अपने भाई और जनपद के लोकप्रिय छायाकार हरीश चौहान को अपनी और अपने संस्थान की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं