लाइट की कटी केबिल से जोखिम में पड़ सकती थी ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की जान
आजमगढ़। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की 15 अगस्त को जान जोखिम में पड़ने की आशंका से विद्युत इंजीनियरों की नींद उड़ गई. दरअसल, वह कलेक्ट्रेट चौराहे पर स्थापित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू विश्राम राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण को जा पहुंचे, जहां विद्युत झालरों के सजावट के लिए लगी केबल कटी थी. उनके पर्सनल स्टाफ की नजर पड़ी तो कटी केबल की फोटो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी को भेज दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया. वाराणसी से चीफ इंजीनियर और अधीक्षण अभियंता जांच को धमक पड़े. ऐसे में जांच रिपोर्ट सबमिट होने के बाद बिजली विभाग और नगर पालिका प्रशासन पर कार्रवाई तय मानी जा रही है.
हालांकि, मंत्री जी का वहां पहुंचना प्रोटोकाल में शामिल नहीं था. ऊर्जा व नगर विकास मंत्री ने ध्वजारोहण किया ।जिसके बाद वह करीब 12.30 बजे बाबू विश्राम राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे ही थे कि केबल कटी होने की जानकारी हो गई।उसकी फोटो वाराणसी में बैठे प्रबंध निदेशक को मिली तो डिस्काम के चीफ इंजीनियर पीके सिंह व अधीक्षण अभियंता एसएन गर्ग जांच को शाम में साढ़े तीन बजे पहुंच आये।जहाँ मौका देखने के बाद दोनों अधिकारी वापस हो लिये।
वही विभाग के एमडी विद्या भूषण का कहना है कि जांच में पाया गया कि स्थानीय नगर पालिका प्रशासन ने विद्युत विभाग से बगैर एनओसी के प्रतिमा पर लगे झालर को जोड़ा था, जिसकी केबल कटी हुई थी ,वहां के विद्युत इंजीनियरों की लापरवाही यह है कि उनकी तरफ से यह नहीं देखा गया कि बगैर अनुमति लाइन जोड़ी कैसे गई. दोनों की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई कराई जाएगी. उधर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने पूरे मामले से यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है।