समाज सेविका आशा मिश्रा ने लखनऊ महापौर पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ठोकी ताल
लखनऊ- स्थानीय निकाय चुनाव मे महापौर पद के लिए प्रसिद्ध समाज सेविका श्रीमती आशा मिश्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे अपना नामांकन दाखिल किया । उनके साथ सरकारी दिशा निर्देश के अनुसार मात्र 5 व्यक्ति थे तथा बगैर किसी शोरगुल के शान्ति पूर्वक ढंग से आशा मिश्रा ने अपना नामांकन दाखिल किया । उपस्थित पत्रकारों के चुनाव लड़ने के बारे मे सवाल पूछने पर बताया कि स्थानीय लोगो की समस्या पर और लखनऊ के विकास पर ध्यान केंद्रित कर अपना कार्य करेंगी तथा नगर निगम को कर्ज के संकट से पूर्ण रुप से निजात दिलाना और अधिकारीयों से किस प्रकार से कार्य कराया जाए उसका मुझे अनुभव प्राप्त है । श्रीमती आशा मिश्रा काफी समय से निस्वार्थ भाव से समाज सेवा कर रही हैं कोरोना काल तथा लाक डाउन के समय उनके द्वारा की गई सेवा को भला कौन नही जानता है । जन आकांक्षाओं के भारी दबाव के चलते श्रीमती आशा मिश्रा ने किसी राजनीतिक दल की अपेक्षा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महापौर का चुनाव लडने का फैसला किया, जबकि वर्त्तमान समय के सभी चर्चित राजनैतिक दलों मे से वे किसी भी दल से टिकट ले सकती थीं क्यो की उनके किये गये कार्यो को कोई अन्देखा नही कर सकता, किंतु राजनैतिक दबाव मे निर्बाध रूप से जन अपेक्षाओं के अनुरूप कार्यो का निष्पादन सही प्रकार से नही कर सकती अत श्रीमती आशा मिश्रा ने लखनऊ के महापौर पद हेतु निर्दलीय ही ताल ठोक दी ।