महिला ने नौकरी के लिए गूगल सर्च कर नंबर निकालकर संपर्क किया और ठगों के गिरफ्त में आ गईं।ठग ने नौकरी लगाने का झांसा देकर उन्हें तीन लाख 89 हजार 131 रुपये की चपत लगा दी।
महिला को धोखाधड़ी होने का पता चला। पीड़िता ने इसकी शिकायत तोरवा थाना में की। पुलिस इस मामले में अज्ञात ठग के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत अपराध दर्ज किया है। पुराना पावर हाउस केंवटपारा के रहने वाली बीना सिंह पति गजानंद सिंह (30) बीए तक पढ़ाई की है और बेरोजगार हैं। वे नौकरी की तलाश कर रही थीं। इस बीच उन्हें पता चला कि नौकरी डाट काम में जाब मिलता है। इसके बाद उन्होंने गूगल (Google search) में जाकर नौकरी डाट काम वेबसाइट सर्च किया। फिर अपना मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी समेत बायोडाटा अपलोड किया। दो दिन बाद अनजान नंबर से उनके पास फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को एचडीएफसी बैंक नौकरी डाट काम का कर्मचारी बताया। फिर महिला के बारे में पूछताछ की। वहीं कम्प्यूटर आपरेटर की नौकरी लगाने का झांसा दिया। महिला नौकरी करने के लिए तैयार हो गईं। इसके बाद उनसे एक फार्म भरवाया। फार्म शुल्क 2,150 रुपये जमा करने के लिए कहा। फिर कुछ दिन बाद एक नए मोबाइल नंबर धारक ने वाटसएप पर महिला की पूरी जानकारी ली।कुछ समय बाद चार अलग-अलग मोबाइल नंबर से फोन आया। फोन करने वालों ने नौकरी लग जाने का आश्वासन दिया। आवेदन शुल्क 2,150 रुपये की मांग की। साथ ही महिला को क्यूआर कोड भी भेजा गया। इसके बाद महिला ने 2,150 रुपये व 6,500 रुपये जमा कर दिए। फिर बैंक खाता खोलने के लिए अलग-अलग दिन में 7,500 रुपये, 2,000 रुपये, 15,000 रुपये, 9,000 रुपये पेटीएम के यूपीआइ आइडी में डाला। फिर कुछ दिन बाद अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को एचडीएफसी बैंक का कर्मचारी बताया। उसने फिर से पैसे की मांग की और कहा कि तभी नौकरी लगेगी। इसके बाद महिला ने पेटीएम से एक लाख 16 हजार 650 रुपये किस्तों में जमा कर दी। इंश्योरेंस के नाम पर एक लाख 22 हजार रुपये मांगे अनजान युवक ने दूसरे नंबर से फोन कर महिला को बोला कि इंश्योरेंस कराना होगा। इसके लिए पैसा जमा करने के लिए कहा। तब पीड़िता ने बैंक खाते में एक लाख 22 हजार आठ रुपये जमा किए। उसके बाद एक यूपीआइ आइडी में 61 हजार 999 रुपये जमा किए। इस प्रकार अलग-अलग किस्तों में महिला ने तीन लाख 89 हजार 131 रुपये जमा किए। इसके बावजूद पीड़िता से लगातार पैसे की मांग की जा रही थी। जब महिला ने जमा राशि को लौटाने के लिए कहा तो इन्कार कर दिया गया। इससे महिला को धोखाधड़ी होने के बारे में पता चला और फिर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।