जेल में बंद माफियाओं को सुविधा देने वाले जेल अधीक्षकों को किया गया निलंबित
जेल में बंद माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का जेल प्रशासन में भी खासा खौफ बना रहा है और यही वजह मानी जा रही है कि जेल अधिकारियों द्वारा दोनों भाइयों को खास सुविधाएं दी जाने का खुलासा किया गया है. तो अब यूपी सरकार ने उन अधिकारियों पर लगाम लगानी शुरू की है जिन्होंने जेल में बन्द माफिया को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया है. इसी आरोप में शासन ने अशरफ को जेल के अंदर सुविधाएं देने के लिए बरेली, प्रयागराज और बांदा के जेल अधीक्षकों को निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जेल के महानिदेशक और जेल विभाग के सचिव के साथ अहम बैठक की थी. इस बैठक में सीएम योगी के सामने एक रिपोर्ट पेश की गई थी जिसमें जेल में गड़बड़ी करने और लापरवाही बरतने की बात कही गई थी. बताया जा रहा है कि बिना पर्ची बनाए ही अशरफ के करीबी उससे मिलने जेल आ जाते थे. इसके अलावा अशरफ को अन्य वीआईपी सुविधाएं दी जा रही थीं. सीएम योगी ने बैठक के दौरान जेल अधीक्षक को निलंबित करने के निर्देश दे दिया जिसके बाद जेल प्रशासन द्वारा फैसले को लागू कर दिया गया और दोषी पाये गये जेल अधीक्षकों को निलंबित कर दिया गया।
प्रयागराज से बरेली जेल वापस जाते समय जान जाने का जताया अंदेशा
बतादें कि अशरफ फिलहाल बरेली जेल में बंद है और उमेश पाल अपहरण कांड में अशरफ पर भी केस दर्ज किया गया था. अशरफ और अतीक अहमद दोनों भाइयों को प्रयागराज लाया गया था और उन्हें अदालत में पेश किया गया था। अतीक को जहां मामले का दोषी पाया गया वहीं अशऱफ को बरी कर दिया गया था। अशरफ को प्रयागराज से दोबारा बरेली जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. उस पर भी 50 से जादा मामले चल रहे हैं तो वहीं पुलिस वैन से वापस जेल जाने के दौरान मीडिया के सामने अशऱफ ने अपनी जान को खतरा बताया था,उसने कहा था कि उसे जेल में नहीं बल्कि जेल के बाहर खतरा है. उसने दावा करते हुए कहा, ‘एक जेल अधिकारी ने मुझसे कहा है कि अपहरण मामले में तो तुम बच गए हो लेकिन जेल से बाहर लेजाकर तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी।